बिहार में इस मानसूनी सीजन सामान्य से कम बारिश होने से 35 जिलों में सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। इन जिलों में सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। ऐसे में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। 17 जिले ऐसे हैं जहां बारिश में 50 फीसदी से ज्यादा की कमी हुई है। इनमें अरवल, औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, भोजपुर, लखीसराय, कटिहार और अन्य शामिल हैं। अगर एक दो-दिन में बारिश नहीं हुई तो हालात और भी खराब हो जाएंगे।
इस मानसूनी सीजन केवल किशनगंज और अररिया में ही सामान्य से 44 फीसदी अधिक बारिश हुई है, जबकि सुपौल में सामान्य से महज एक फीसदी अधिक पानी गिरा। एक-दो दिन बारिश नहीं होने पर यह जिला भी सूखे की चपेट में आ जाएगा। अन्य जिलों में या तो बारिश का स्तर सामान्य है या उससे कम है।
जल संसाधन विभाग ने बिहार में सूखे की समीक्षा की तो ये हालात सामने आए। विभाग ने 1 जून 2022 से अब तक बारिश के आंकड़ों का विश्लेषण किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इस दौरान पता चला कि राज्य में अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश की हुई है। जुलाई के आंकड़े तो और भी खराब है, मौजूदा महीने में राज्य में जितने बादल बरसने चाहिए थे उसमें 86 फीसदी की कमी दर्ज की गई।
दक्षिण बिहार की स्थिति और खराब है। यहां जून से अबतक सामान्य से 54 फीसदी कम बारिश हुई है। उत्तर बिहार में 26 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई। इस अवधि में बिहार में 301.50 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन सिर्फ 192.90 फीसदी हुई। उत्तर बिहार में 341.68 फीसदी की जगह 253.02 मिलीमीटर जबकि दक्षिण बिहार में 248.11 की जगह 115.24 मिलीमीटर पानी ही गिरा।
इन जिलों में बारिश की कमी
अरवल में 69, औरंगाबाद में 67, बांका में 53, बेगूसराय में 29, भभुआ में 51, भागलपुर में 58, भोजपुर में 54, बक्सर में 26, दरभंगा में 43, पूर्वी चंपारण में 35, गया में 68, गोपालगंज में 56, जहानाबाद में 51, जमुई में 43, कटिहार में 58, खगड़िया में 45, लखीसराय में 63, मधेपुरा में 17, मधुबनी में 19, मुंगेर में 38,
मुजफ्फरपुर में 34, नालंदा में 53, नवादा में 58, पटना में 38, पूर्णिया में 24, रोहतास में 57, सहरसा में 37, समस्तीपुर में 48, सारण में 63, शेखपुरा में 68, शिवहर में 66, सीतामढ़ी में 33, सीवान में 54, वैशाली में 48, पश्चिम चंपारण में 39 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
बिहार ने यूपी से मांगा अपना पानी
सूखे के गहराते संकट के बीच बिहार ने उत्तर प्रदेश से अपने हिस्से का पानी मांगा है। इस संबंध में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने यूपी के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से फोन पर बात की। उन्होंने रिहंद जलाशय से बिहार के लिए पानी छोड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि रिहंद जलाशय से बिहार को पिछले कुछ दिनों से पानी नहीं मिल पाने के कारण दक्षिण बिहार में सोन नहर प्रणाली में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में दिक्कत आ रही है।
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