नवरात्रि पर्व शुरू होते ही दुर्गा पूजा और दशहरा को लेकर पुलिस-प्रशासन अल’र्ट मोड पर आ गया है। बिहार में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। दुर्गा पूजा और दशहरा पर कोई अप्रिय घ’टना नहीं हो इसे लेकर अभी से ही वरीय अधिकारियों को विशेष सतर्क रहने को कहा गया है। पूरे बिहार में 222 जगहों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इसमें पटना के 18 इलाके सामिल हैं। पटना के बाद खगड़िया ऐसा जिला है, जहां सर्वाधिक 11 जगहों को अतिसंवेदनशील बताया गया है। ये वैसे स्थल हैं जहां पहले कोई न कोई अप्रिय घटना हो चुकी है।
सभी डीएम और एसपी को संवेदशनशील इलाकों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। इन इलाकों में नियमित शांति समिति की बैठक करनी होगी। सभी पूजा पंडालों में 30 सितंबर तक सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि भीड़ प्रबंधन सही तरीके से किया जा सके।
मजिस्ट्रेट की होगी तैनाती
औरंगाबाद जिले में नावाडीह, जामा मस्जिद, दाउदनगर, चूड़ी बाजार, रफीगंज बाजार, महाराजगंज और नवीनगर, खगड़िया जिले के माडर, गोगरी बाजार, सोनरवा दुर्गा स्थल, बलहा दुर्गा स्थान, बबुआगंज दुर्गा स्थान, मुजफ्फरपुर जिले के मेहंदीगंज हसन चौक, बखरा ब्रह्मपुरा, दामोदरपुर, पहाड़पुर, पकडी चौक, फुलवरिया चौक, साहेबगंज बाजार, खुशौरा, रोहतास जिले के सासाराम में रामेश्वरगंज, चलनिया मोहल्ला, तेंदुनी चौक, बभनौल बाजार, नोखा नहर स्थित मंदिर, बारापत्थर, अकबरपुर, सरैया, रमडीहरा और नवाबगंज, मधुबनी जिले के बाटा चौक, नूरचक, धोबियाही, दुर्गापट्टी पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। इन इलाकों में काफी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिसबल की तैनाती रहेगी। 2018-19 के बाद प्रदेश में दशहरा मेला बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है। मेलों में भीड़ अधिक होने की संभावना है। प्रत्येक जिले के डीएम और एसपी के स्तर से भीड़ का आंकलन कराया जा रहा है, ताकि असामाजिक तत्वों पर अंकुश रखा जा सके।
पटना के पंडालों में दो हजार सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी नजर
पटना शहर और आसपास के इलाके में बनाए गए पंडालों में दो हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पटना सदर अनुमंडल क्षेत्र मं 417, पटना सिटी अनुमंडल में 319 और दानापुर अनुमंडल क्षेत्र में 360 पंडालों में सीसीटीवी कैमरा स्थापित किए जाने से संबंधित पत्र प्रशासन को प्राप्त हो चुका है। इन पंडालों में लगने वाले सीसीटीवी कैमरे से पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी निगरानी करेंगे। पटना शहर में दो सौ मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। सभी मजिस्ट्रेट के साथ पांच पुलिसकर्मी भी रहेंगे। विशेष गश्ती दल की भी व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा बाइक पर सवार पुलिस वाले भी असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे। पटना के गांधी मैदान में दो नियंत्रण कक्ष संचालित हैं, जिसमें एक जिला प्रशासन तथा दूसरा स्मार्ट सिटी का इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के अलावा डाक बंगला पर प्रशासन की ओर से एक अस्थाई नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा रहा है, जो चौबीस घंटे काम करेगा। यह केंद्र दो अक्टूबर से ही काम करना शुरू कर देंगे।
पटना में 18 जबकि खगड़िया में 11 इलाके अतिसंवेदनशील
पटना में 18, खगड़िया में 11, रोहतास में 10, नालंदा में 6, गया में 6, औरंगाबाद में 8, नवादा में 9, अरवल में 4, जहानाबाद में 6, बक्सर में 5, भोजपुर में 4, कैमूर में 4, दरभंगा में 5, मधुबनी में 4, समस्तीपुर में 6, सहरसा में 5, सुपौल में 6, मधेपुरा में 6. किशनगंज में 6, कटिहार में 5, अररिया में 6, मुजफ्फरपुर में 8, वैशाली में 5, सीतामढ़ी में 5, शिवहर में 6, प. चंपारण में 7, पू. चंपारण में 7, छपरा में 7, सीवान में 7, गोपालगंज में 7, बांका में 5, मुंगेर में 5, शेखपुरा में 5, लखीसराय में 4, बेगूसराय में 6, पूर्णिया में 2, बगहा में 2, भागलपुर में 2 इलाके को संवेदनशील माना गया है।
Be First to Comment