बिहार : राज्य के सभी जिलों में अपरा’ध के मुख्य हेड में वर्ष 2020 और 2021 की तुलनात्मक रिपोर्ट तैयार की गई है। मुख्यालय से एडीजी ने रिपोर्ट तैयार कर सभी जिलों को भेज दी है। लगभग सभी हेड में 2020 की तुलना में 2021 में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।\ख़बरों के मुताबिक, प्रतिशत वृद्धि की बात की जाये तो ह’त्या में 2020 की तुलना में 2021 में सर्वाधिक वृद्धि अररिया में हुई। ड’कैती व लू’ट में सहरसा, गृ’हभेदन में शिवहर और बला’त्कार में अरवल जिले में सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि हुई।
पुलिस मुख्यालय स्तर पर अप’राध को लेकर तैयार की गई तुलनात्मक रिपोर्ट में भागलपुर और आस-पास के जिले भी शामिल हैं। प्रतिशत वृद्धि की बात करें तो ड’कैती-लू’ट में भागलपुर दूसरे नंबर पर रहा जबकि सहरसा और नवगछिया भी उसमें शामिल हैं। ह’त्या, बला’त्कार और गृ’हभेदन की घट’नाओं में वृद्धि वाले जिलों में भी कोसी-सीमांचल के कई जिले लिस्ट में शामिल हैं। एडीजी ने संबंधित जिलों को निर्देश दिया है कि इस तरह की वृद्धि पर नियं’त्रण लाया जाये और जो घट’नाएं पहले हो चुकी हैं उनमें फ’रार चल रहे अभि’युक्तों की त्वरित गिर’फ्तारी की जाये। डीआईजी ने बताया कि रेंज के जिलों में अप’राध के कई शीर्ष में कमी आई है। उन्होंने कहा कि जिस हेड में बढ़ोतरी हुई है उसपर नियंत्रण को लेकर संबंधित जिलों के एसपी को निर्देश दिया जायेगा और उसकी समीक्षा भी होगी। डकै’ती और लू’ट में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले
जिले का नाम वर्ष 2020 वर्ष 2021 वृद्धि (प्रतिशत में)
सहरसा 20 60 200.00
भागलपुर 48 100 108.00
नवगछिया 27 54 100.00
सारण 92 183 98.09
दरभंगा 22 39 77.03
(डकै’ती और लू’ट में संख्या के आधार पर पटना 2020 में 159 और 2021 में 190 के साथ टॉप पर रहा)गृ’हभेदन में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले
जिले का नाम वर्ष 2020 वर्ष 2021 वृद्धि (प्रतिशत में)
शिवहर 04 24 500.00
शेखपुरा 12 27 125.00
नवगछिया 18 35 94.04
खगड़िया 39 80 53.80
वैशाली 146 223 52.07
(गृ’हभेदन में संख्या के आधार पर मुजफ्फरपुर 2020 में 204 और 2021 में 258 के साथ टॉप पर रहा)
बला’त्कार मामले में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले
जिले का नाम वर्ष 2020 वर्ष 2021 वृद्धि (प्रतिशत में)
अरवल 04 10 150.00
गोपालगंज 12 24 100.00
खगड़िया 08 15 87.50
शिवहर 06 11 83.03
औरंगाबाद 21 36 71.40
(संख्या की बात करें तो पूर्णिया में 2020 में 88 जबकि 2021 में बला’त्कार की सर्वाधिक 93 घ’टनाएं हुई)
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