महेंद्र सिंह धोनी सीएसके के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने हुए हैं। आईपीएल में अपने 18वें सीजन में भी वो खेलते हुए नजर आएंगे। धोनी सक्रिय रूप से ट्रेनिंग कर रहे हैं। वे इस साल के अभियान की शुरुआत से पहले ही शिविर में शामिल हो गए हैं। सीएसके अपना अभियान 23 मार्च को मुंबई इंडियंस के खिलाफ शुरू करेगी।

धोनी ने 6 साल बाद अपनी उस गलती को माना है जब उन्होंने अपना आपा खो दिया था। धोनी ने बताया कि 2019 में चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स मैच के दौरान मैदान पर वॉकआउट करना उनके आईपीएल करियर की सबसे बड़ी गलती थी।

ये घटना मैच के अंतिम ओवर में हुई, जब बेन स्टोक्स ने धीमी गति की गेंद फेंकने की कोशिश की और गेंद उनके हाथ से फिसल गई और कमर तक ऊंची फुल टॉस हो गई। स्ट्रेट अंपायर ने इसे नो-बॉल करार दे दिया, लेकिन स्क्वायर लेग अंपायर ने इस फ़ैसले को खारिज कर दिया। इससे धोनी भड़क गए और उन्होंने मैदान में घुसकर अंपायर से बहस की।

अंपायरों से खूब बातचीत करने के बाद भी फैसला नहीं बदला गया और धोनी को गुस्से में मैदान से बाहर जाते हुए देखा गया। अब मास्टरकार्ड के एक कार्यक्रम में मंदिरा बेदी से बात करते हुए, धोनी से पूछा गया कि क्या उन्होंने भी कभी अपना आपा खो दिया था। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि ऐसा कई बार हुआ है और उन्होंने 2019 में मैच में हुई घटना का ज़िक्र भी किया।



Be First to Comment