तैराकी एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है और बच्चों के लिए तैराकी के पाठ बच्चों को पानी में और उसके आस-पास सुरक्षित रहने में मदद करते हैं. जिले के उच्च व उच्चतर माध्यमिक सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जायेगा.

इस योजना का उद्देश्य छात्रों को आपदा प्रबंधन के प्रति सक्षम बनाना है, ताकि जलजनित आपदाओं के दौरान वे स्वयं के साथ दूसरों की भी मदद कर सकें. पहले पोखर या तालाब जहां मौजूद हैं, वहां योग्य और प्रशिक्षित कोच द्वारा विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा.



वहीं दूसरी ओर, जिला और प्रखंड स्तर पर भी नए स्विमिंग पूल का निर्माण किया जायेगा. यह संपूर्ण कार्यक्रम बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से संचालित किया जायेगा.



इस योजना को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत लागू किया गया है, जो कि स्कूलों में आपदा से बचाव की शिक्षा देने का एक व्यापक अभियान है.


इस योजना का एक अहम लक्ष्य यह भी है कि राज्य में नदियों और तालाबों में डूबने से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सके.


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