बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले दिन आज कुल 68 छात्र-छात्राओं को परीक्षा से निष्कासित किया गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जिलावार निष्कासित छात्रों की सूची तैयार की है। जिसमें सबसे अधिक सीतामढ़ी और समस्तीपुर में 9-9 छात्रों को कदाचार में लिप्त पाते हुए परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया।
वही सीवान में 8, भागलपुर-नालंदा-नवादा में 6-6, मधेपुरा-सारण में 5-5, भोजपुर में 4, बेगूसराय में 3, अरवल-2 और पटना-वैशाली-सहरसा-गोपालगंज में 1-1 परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित किया गया है।
वहीं इंटर परीक्षा के पहले दिन नालंदा के जिला मुख्यालय बिहार शरीफ में छात्रों ने जमकर हं’गामा मचाया। छात्रों के हंगा’मे के कारण पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। किसान कॉलेज में लेट से पहुंची छात्राओं के प्रवेश पर रोक लगाने के बाद कॉलेज के गेट को फांदकर प्रवेश किया। कांलेज के गेट को फांद रही छात्राओं का वीडियो भी सामने आया है। इस पूरे मामले में नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि सुबह 9:20 तक ही परीक्षार्थियों को सेंटर में प्रवेश करना था। लेकिन कुछ छात्र काफी लेट से पहुंचे जिसके कारण उन्हें परीक्षा केंद्र पर जाने की इजाजत नहीं दी गई।
इस बात से छात्र और उनके अभिभावक गुस्सा हो गये और हंगामा करने लगे। पुलिस की सक्रियता के कारण सभी जगह हो रहे हंगामे को शांत कर लिया गया। पहले दिन शांति पूर्वक तरीके से परीक्षा कराया गया। बता दें कि हंगामा केएसटी कॉलेज के गेट के पास से शुरू हुआ जहां सेंटर पर प्रवेश नहीं मिलने से छात्र नाराज थे और एडमिट कार्ड हाथ में लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
सदर डीएसपी शिब्ली नोमानी मौके पर पहुंच और छात्रों को समझाने की कोशिश की। फिर किसान कॉलेज में प्रवेश नहीं मिलने के कारण छात्रों ने गेट के पास हंगा’मा करना शुरू कर दिया और कुछ छात्राएं गेट को फांदकर पार करने लगी। जिसे वहां मौजूद मजिस्ट्रेट और पुलिस की टीम ने रोका। जिसके बाद परीक्षार्थी कॉलेज गेट के पास ही बैठ गई और यातायात को बाधित कर दिया। पुलिस ने किसी तरह से सभी छात्रों को समझा-बुझाकर वहां से हटाया। जिसके बाद छात्र जिला समाहरणालय पहुंच गए और यहां भी जमकर हंगामा करने लगे। यहां भी पुलिस की टीम पहुंची और पूरे मामले को शांत कराया।
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