बिहार में मॉनसून की रफ्तार फिर से तेज हो गई है। मौसम विभाग ने बुधवार को दक्षिण बिहार, मध्य बिहार, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य बिहार के जिलों में कुछ जगहों पर बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तर बिहार में भी मॉनसून संबंधी गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। राज्य के उत्तरी इलाकों में बुधवार को मेघगर्जन और वज्रपात की आशंका का पूर्वानुमान जताया गया है।
पूर्णिया में बीते पांच दिनों से मॉनसून सक्रिय रहने से झमाझम बारिश हो रही है। जिले में अगले पांच दिनों तक मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है। किशनगंज में भी मंगलवार को रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना हो गया। किशनगंज जिले में अगले 3 दिन तक बरसात की संभावना है। इस दौरान कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सूखे की मार झेल रहे बिहार में अगले 24 से 48 घंटे के भीतर बारिश संबंधी गतिविधियों में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इससे जिन जिलों में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है, वहां अच्छी बरसात होने के आसार हैं।
बिहार के 35 जिले ऐसे हैं जहां बारिश की कमी की वजह से धान समेत खरीफ की खेती प्रभावित हुई है। नदी-नहरों में पर्याप्त पानी नहीं होने से सिंचाई भी ठीक से नहीं हो पा रही है। कई जिले ऐसे हैं जहां बारिश की कमी सामान्य से 50 फीसदी ज्यादा है। ऐसे में सूखे का संकट गहराता जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 9-10 दिनों के भीतर अच्छी बारिश नहीं हुई तो बिहार में धान की फसल बर्बाद हो जाएगी। इससे किसानों को अरबों रुपये का नुकसान होगा। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक राज्य में मॉनसून की स्थिति में बीते दो दिनों के भीतर बदलाव आया है। इससे बारिश संबंधी गतिविधियों में बढ़ोतरी हो रही है।
मंगलवार को पटना, जहानाबाद, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज समेत 20 जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इस दौरान वज्रपात का कहर भी देखने को मिला। आठ जिलों में ठनका गिरने से 20 लोगों की जान चली गई।
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