होली खत्म होने पर एक संकट है। दरअसल में होली के बाद खरमास लगेगा।खरमास अवधि में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है। ज्योतिष के अनुसार, जब सूर्यदेव धनु और मीन राशि में प्रवेश करते है, तो खरमास अवधि प्रारंभ हो जाती है। आमतौर पर खरमास की अवधि साल में दो बार आती है।

कहा जाता है कि, खरमास के दौरान सूर्यदेव और देवगुरु बृहस्पति की ऊर्जा कमजोर हो जाती है, इसलिए इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं।

14 मार्च 2025, शुक्रवार को सूर्यदेव शाम 6 बजकर 59 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश कर चुके है। इसी के साथ मीन संक्रांति यानी खरमास की शुरुआत हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 13 अप्रैल को होगा, जब सूर्यदेव मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

करीब एक महीने तक रहने वाले इस खरमास अवधि में यानी 13 अप्रैल तक अब कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य नहीं किये जाएंगे। जैसे ही 14 अप्रैल आएगी, वैसे ही शुभ और मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे।


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