छपरा: बिहार के छपरा जिले के सारण में अब तक 46 लोगों की मौ’त ज’हरीली श’राब पीने से हो गयी। घट’ना से गुस्सायी महिलाओं ने अमनौर थाने का घेराव कर दिया।
महिलाओं का कहना है कि जह’रीली श’राब से मौ’तें हो रही है लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। यदि पुलिस ढंग से काम करती तो आज इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौ’तें नहीं होती। इलाके में खुलेआम जह’रीली शरा’ब बेची जा रही है और पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी है। यदि पुलिस अपना काम ठीक से करती तो आज 46 लोगों की जाने नहीं जाती।
थाने का घेराव कर रही महिलाओं का आरो’प है कि पुलिस कहती है कि ठंड से मौ’त हुई है जबकि डॉक्टरों का कहना है कि जिनकी मौ’त हुई है वे श’राब पिये हुए थे। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों ने थाने का घेराव किया। घट’ना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
लोगों का कहना था कि फोन करने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पुलिस लोगों को कहने लगी कि यदि कोई मौ’त का कारण पूछे तो बता देना की ठंड से मौ’त हुई है। पुलिस ने जल्द दा’ह संस्का’र करने की भी बात कही।
ग्रामीणों की माने तो पुलिस का रवैय्ये कही से भी उचित नहीं है। बिहार के डीजीपी को जब फोन किया गया तो पता चला कि सारण एसपी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
वहीं मृ’तक के परिजनों से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा की छह वर्ष पहले श’राबबंदी कानून बना था और आज यदि कानून का राज स्थापित नहीं है तो इसके लिए कोई दोषी है तो वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है।
नीतीश कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो बेघर परिवारों को न्याय मिले और नीतीश कुमार को जेल भेजा जाए। विधानसभा में जब सदस्यों ने प्रश्न उठाया तो गुंडों की तरह बोलने लगे। गुंडों की पार्टी के साथ चले गये तो उनकी बोली भी गुंडों वाली हो गयी। बिहार के कई लोग मरे हैं। हमारा भाई मरा है। और मुख्यमंत्री कहते है कि जो पियेगा वो मरेगा।
Be First to Comment