पटना : बिहार के गोपालगंज और पश्चिम चंपारण जिलों के लिए यह दीपावली मातम में बदल गयी हैं। दोनों जिलों में अब तक जहरीली शराब पीने से 21 की मौत हो चुकी है। अब भी 16 लोगों की हालत गंभीर है। तीन लोगों की आखों की रोशनी भी जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार, गोपालगंज में 13 और पश्चिम चंपारण जिले में सात लोग जहरीली शराब पीने के कारण जान गंवा चुके हैं। स्थिति यह है कि अब भी दोनों जिलों में 16 लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें से तीन लोगों की आंखों की रोशनी भी जा चुकी है।
इधर, पश्चिम चंपारण जिले में नौ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। आशंका है कि सबकी मौत जहरीली शराब पीने से ही हुई है। हालांकि, जिला प्रशासन सभी मौतों को संदिग्ध बताया है।
गोपालगंज में शराब पीने से बीमार हुए लोगों का इलाज मोतिहारी के अस्पतालों में चल रहा है। गोपालगंज जिले के मृतक महम्मदपुर थाने के कुशहर, महम्मदपुर, मंगोलपुर, बुचेया और छपरा के मसरख थाने के रसौली गांव के रहने वाले थे। इन सभी ने मंगलवार को शराब पी थी। इसके बाद से ही इनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी।
गांव वालों ने बताया कि बुधवार शाम तक आठ लोगों की मौत हुई थी। वहीं, गुरुवार सुबह तक मोतिहारी और गोपालगंज के अस्पताल में भर्ती पांच और लोगों की मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। हालांकि, प्रशासन ने गुरुवार सुबह तक मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी की बात से इनकार किया है। जिन आठ लोगों की पहले मौत हुई थी गुरुवार शाम को इन सभी के घर खनन मंत्री जनक राम पहुंचे। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया।
बुधवार की शाम में पी थी शराब
बेतिया की घटना को जिला प्रशासन संदिग्ध बता रहा है। हालांकि, शराब पीने से मौत की बात से इन्कार भी नहीं किया जा रहा है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि बुधवार शाम इन लोगों ने गांव में देसी चुलाई शराब पी थी। इसके बाद रात में सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसी दौरान आठ लोगों की मौत हो गयी।
उधर, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। वहीं यहां के एसपी कुंदन कुमार का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। गांवों में मेडिकल टीम भेजकर मामले की जांच करवाई जा रही है।
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