त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को समर्पित है और इस तिथि पर संध्याकाल में पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

गुरु प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। गुरुवार के दिन पड़ने की वजह से इसे गुरु प्रदोष कहा जाता है। इस व्रत को करने से व्यक्ति को विद्या, बुद्धि और धन संबंधी लाभ मिलते हैं।

यह व्रत जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है, तो आइए यहां इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार है।

गुरु प्रदोष व्रत का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। इसलिए भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें और उनकी कृपा प्राप्त करें। यह दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने और अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करने का सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस व्रत को करने से विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है। इसके साथ ही धन और समृद्धि में अपार वृद्धि होती है।

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