बिहार के भागलपुर में चीन की बड़ी सा’जिश का पर्दाफाश हुआ है। यहां मेड इन चाइना ग्लोब धड़’ल्ले से बिक रहा है, जिसमें भारत के दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख को पाकिस्तान का हिस्सा बताया गया है। सभी दुकानदार इस बात से अनजान हैं कि ग्लोब विवादित है और यह चीन की साजिश का हिस्सा हो सकता है।
दुकानदार वि’वादित ग्लोब बेखौ’फ होकर बेच रहे हैं और अनजान बच्चे उसे खरीद कर भारत को समझने की पढ़ाई कर रहे हैं। हालांकि इसे छात्रों ने ही पकड़ा। शिकायत मिलने पर डीएम ने छानबीन कर कार्रवाई की बात कही है। ग्लोब में भारत के दो केंद्र शासित प्रदेशों को पाकिस्तान के कब्जे में होना और विवादित बताया गया है। यह विवादित ग्लोब बाजार में पांच से छह सौ रुपये में बिक रहा है।
‘माओ कै’ एडवांस ग्लोब स्टैंडर्ड 25 सीएम ब्रांड के ग्लोब के डब्बे पर मेड इन चाइना लिखा हुआ है। ग्लोब में कश्मीर और लद्दाख को भारतीय क्षेत्र को गायब कर दिया गया और दोनों केंद्र शासित प्रदेशों को विवादित क्षेत्र बताया गया है। छात्रों द्वारा अभिभावकों से शिकायत के बाद मामला उजागर हुआ।
देशद्रोह का केस हो सकता है
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि ऐसी शिकायत उन्हें नहीं मिली है। मामले का पता लगाएंगे व विवादित ग्लोब को भागलपुर के दुकानों से हटाया जाएगा। उन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सवाल यह है कि यह विवादित ग्लोब आया कहां से? वहीं, पीपी सत्यनारायण प्रसाद साह ने कहा कि कानूनन ऐसा ग्लोब बेचना अपराध है। उन्होंने कहा कि विवादित नक्शे को बेचने या प्रयोग करने पर देशद्रोह का केस हो सकता है। इसे अविलंब बाजार से वापस लिया जााना चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ एस के झा का कहना है कि चीन निर्मित ग्लोब विवादित है। इसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का जिक्र नहीं है। जबकि भारत में निर्मित ग्लोब में दोनों प्रदेशों का जिक्र है। उनका कहना है कि यह चीन की साजिश का हिस्सा हो सकता है कि भारत की नई पीढ़ी को गलत जानकारी दी जाए। सरकार और प्रशासन को इस पर फौरन एक्शन लेना चाहिए।
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