शराबबंदी को सफल कराने के लिए राज्य सरकार तरह-तरह के उपाय कर रही है। कभी होटलोंे की तलाशी तो कभी छापेमारी। लाखा कोशिशों के बावजूद हर रोज शराब से जुड़े मामले सामने आ ही रहे हैं। खैर, अब स्थिति यह है कि न तो शराब के धंधेबाज मनने को तैयार हैं और न ही पीने वाले। वे भी अपनी जुगत बिठा ही ले रहे हैं।
सूबे में शराबबंदी को लेकर अब सरकार का एक नया फरमान आ गया है। अब होटल वाले अपने ग्राहकों से पहले शराब का सेवन नहीं करने का फॉर्म भरवाएंगे। इसके बाद ही किसी को कमरा दिया जाएगा।
सोमवार को राजधानी पटना के कमिश्नर संजय अग्रवाल ने पटना में शराबबंदी को लेकर बड़ी बैठक की। बैठक में डीएम, सभी एसपी, डीएसपी और होटल के मालिकों को शामिल किया गया था। इस दौरान उन्होंने पूर्ण शराबबंदी के संबंध में कई प्रकार के निर्देश दिये गये और इसका शत-प्रतिशत पालन करने को भी कहा गया। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गयी।
बैठक के बाद कमिश्नर संजय अग्रवाल ने कहा कि सभी होटल मालिको कों शराबबन्दी के लिए घोषित एसओपी का पालन करना होगा। होटलों में आने वाले लोगों को पहले फॉर्म भरना होगा कि शराब का सेवन नही करेंगे। होटल में सभी जगह सीसीटीवी भी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
कमिश्नर ने कहा कि होटलों में सख्ती बरती जा रही है। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर भी लोगों को सूचित किया जाएगा कि बिहार में शराब लेकर आना गैरकानूनी है और सेवन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि शराब के बड़े माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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