पटना: बिहार में मौसम विज्ञान केंद्र पटना और एम्स पटना के संयुक्त पहल पर राज्य में मौसमजनित बीमारियों से बचाव के लिए एक विशेष पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। दोनों संस्थानों के द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से एक संयुक्त विशेष बुलेटिन जारी किया जाएगा। इस बुलेटिन में बताया जाएगा कि किस इलाके में किस समय में डेंगू, मलेरिया और एईएस जैसी बीमारियों का विस्फोटक प्रसार हो सकता है। यानी, इसके अति प्रसार से पूर्व ही अनुमान किया जा सकेगा।
राज्य सरकार के सहयोग से इन बीमारियों के प्रसार से एक हफ्ते पूर्व एक संयुक्त एडवाइजरी जारी की जाएगी। अगले एक दो हफ्ते में ही इस बाबत एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर की तैयारी है। गौरतलब है कि राज्य में एईएस और डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों का प्रकोप हाल के वर्षों में बढ़ा है।
किसी खास तापमान में ही तेजी से हो रहा प्रसार दरअसल हाल के महीनों में मौसमविदों और एम्स के डॉक्टरों ने अध्ययन में पाया है कि सूबे में बारिश की विशेष मात्रा और खास तापमान में खास इलाके में मौसमजनित बीमारियों का प्रसार तेजी से होता है। ऐसे में समय रहते पूर्वानुमान जारी होने से आमलोगों के साथ शासन-प्रशासन को भी पर्याप्त सतर्कता और जरूरी तैयारी करने का वक्त मिल जाएगा।
समय रहते मौसमी बीमारियों का पूर्वानुमान जारी होने से बड़े स्तर पर इन बीमारियों के प्रसार से पहले एहतियातन तैयारी की जा सकेगी। बुलेटिन जारी होने से आमलोग भी इन बीमारियों के प्रसार से पूर्व सचेत रहेंगे।
राज्य में लगातार चुनौती बन रहा डेंगू
हाल के दिनों में डेंगू के डंक से काफी संख्या में लोग पीड़ित हुए हैं। डेंगू का एक खास तरह का वेरिएंट भी सामने आया है जिससे पीड़ित लोगों को स्वस्थ होने में पहले की अपेक्षा काफी समय लग रहा है। पटना के अलग-अलग इलाके में डेंगू का हॉट स्पॉट बना है। एक ओर चिकित्सकों की ओर से नए वेरिएंट के चरित्र और उसके प्रभाव के साथ-साथ बचाव के उपायों पर अध्ययन हो रहा है वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र से मौसम संबंधी डेटा लेकर यह भी देखा जा रहा है कि किस तापमान में यह तेजी से प्रसार पा रहा है। आईएमडी निदेशक ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से एईएस और मलेरिया सहित अन्य मौसमजनित बीमारियो को लेकर भी एक संयुक्त एडवाइजरी जारी करने की तैयारी है।
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