बेगूसराय में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने वाली तस्वीर सामने आई है। सर्पदं’श से जा’न गंवाने वाली महिला की ला’श को एंबुलेंस नहीं मिलने पर ठेले पर लादकर ले जाना पड़ा। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंचा।
इसके बाद वरीय अधिकारी से कई बार गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। अंत में थक-हारकर परिजन मरीज को लाद कर सदर अस्पताल लेकर पहुंचे।
शुक्रवार की दोपहर सिंघौल थाना क्षेत्र के नागदह निवासी हरे राम पासवान की पत्नी सुषमा देवी सर्पदंश की शिकार हो गई। पहले तो परिजनों द्वारा झाड़-फूंक के चक्कर में मरीज को सदर अस्पताल तक लाने में विलंब हुआ।
इसके बाद अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृ’त घोषित कर दिया। यहां से घर लौटने के लिए एंबुलेंस मांगी गई। लेकिन अस्पताल की ओर से एंबुलेंस मुहैया नहीं करवा गई।
परिजनों के अनुसार सर्पदंश के बाद लोग सर्पदंश की शिकार महिला को पचंबा ले गए जहां पर भगत के द्वारा झाड़फूंक किया गया। जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल आए लेकिन यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृ’त घोषित कर दिया।
महिला की मौ’त से आहत परिजन लगातार सदर अस्पताल में श’व को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग करते रहे लेकिन सदर अस्पताल द्वारा एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया। तब मृ’तक सुषमा देवी के परिजन ठेले पर ही शव को वापस अपने घर ले गए। मामले में पूछने पर सदर अस्पताल के अधिकारी ने जांच करवाने की बात कही।
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