रामनवमी के पावन पर्व पर मुजफ्फरपुर में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने गंगा-जमुनी तहजीब को फिर से जीवंत कर दिया।

शहर के प्रसिद्ध जामा मस्जिद के पास मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रामनवमी की शोभायात्रा में शामिल प्रभु राम के श्रद्धालुओं का स्वागत कर एक अद्भुत मिसाल पेश की।

भाईचारे, सौहार्द और प्रेम की इस अनूठी झलक ने यह साफ कर दिया कि मुजफ्फरपुर नफरत नहीं, मोहब्बत की धरती है।

शोभायात्रा जब जामा मस्जिद के पास पहुंची तो वहां पहले से मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों ने पूरी गर्मजोशी से श्रद्धालुओं का पानी और शर्बत पिलाकर स्वागत किया।

बड़ी संख्या में खड़े मुस्लिम युवाओं और बुजुर्गों ने ताली बजाकर, हाथ जोड़कर और मुस्कान के साथ रामनवमी के जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।

स्वागत कर रहे लोगों ने कहा कि यह हमारा शहर मोहब्बत का है। यहां हिंदू और मुसलमान एक-दूसरे के पर्व में शरीक होकर भाईचारे की मिसाल पेश करते हैं। यह हमारी सबसे बड़ी खूबसूरती है।
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