सुगौली नगर पंचायत के वार्ड 9 के चिकपट्टी स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय उर्दू में मध्याह्न भोजन खाने से एक बच्चे की तबीयत खराब हो गई. घटना रविवार की दोपहर बाद की है.

जानकारी के मुताबिक विद्यालय मेन्यू के मुताबिक खाना न बनाकर चना और केला दिया गया था. आरोप है कि चना सड़ा हुआ था. इस कारण बच्चा बीमार हो गया. इसके बाद पूरे स्कूल में अफरा–तफरी का माहौल बन गया. इस घटना के बाद स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं में भय का माहौल कायम हो गया.


मिड डे मील खाने से स्कूल की एक छात्रा को उल्टी होने लगा, जिसे स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराया गया. बच्चों को उल्टी होने की सूचना पर आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा स्कूल परिसर में जमकर हंगामा किया गया. संयोग था कि एक ही बच्ची ने खाना खाया. उल्टी होते ही अन्य सभी ने अपना चना फेंक दिया, नही तो मामला और गंभीर हो सकता था.


भोजन के बाद छात्रा को उल्टी व चक्कर आने की शिकायत बाद आसपास के ग्रामीण स्कूल कैंपस पहुंचकर प्रधानाध्यापक से सवाल जबाव करने लगे. ग्रामीण नसीम आलम और मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि सड़े हुए चने के सेवन के बाद एक छात्रा ने मौके पर ही उलटी कर दी, जिसे देखकर अन्य बच्चों ने भी चने को जमीन पर फेंक दिया. बच्चों ने यह भी बताया कि सप्ताह में मात्र तीन दिन ही भोजन दिया जाता है, बाकी दिन वे भूखे रहकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं.

इधर, ग्रामीणों ने विद्यालय प्रबंधन पर बच्चों के स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में साफ-सफाई की भी घोर कमी है. शौचालय की व्यवस्था नदारद है, इस कारण छोटे-छोटे बच्चों को शौच के लिए अपने घर लौटना पड़ता है, जिससे उनकी पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.


प्रधानाध्यापक वशी आलम ने कहा कि गैस चूल्हे के खराब होने के कारण खाना नहीं बन पाया था. वहीं सहायक शिक्षिका रौशन आरा ने बताया कि गैस लीक की समस्या के कारण खाना बनाने में दिक्कत आई और चना लोहे की बाल्टी में फुलाने के कारण काला पड़ गया.
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