पटना: इंतजार की घड़ियां खत्म। नेता जी और उनकी पार्टी को जो कहना था, कह दिया। अब आपकी बारी है। शुक्रवार को गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्रों के 76 लाख से अधिक मतदाता अपने बेशकीमती वोट से देश का भविष्य लिखेंगे। इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, वर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह समेत राजद की अग्निपरीक्षा होगी। कुल 38 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला आज मतदाता करेंगे। इनमें से कोई चार भाग्यशाली ही लोग पहुंचकर अपने-अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे।
फिलहाल चारों सीटों पर एनडीए का कब्जा है। वर्ष 2019 के चुनाव में औरंगाबाद से भाजपा के सुशील कुमार सिंह, गया से जदयू के विजय मांझी, जमुई से लोजपा के चिराग पासवान और नवादा से लोजपा के ही चंदन सिंह जीते थे। इसबार एनडीए की ओर से नवादा में राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर, औरंगाबाद में भाजपा के ही वर्तमान सांसद सुशील सिंह, गया में हम (से.) के संरक्षक जीतनराम मांझी व जमुई में चिराग पासवान के बहनोई अर्चना भारती चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा के दो, हम और लोजपा (आर) के एक-एक प्रत्याशी के सामने सभी चार सीटों पर राजद उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं।
राजद ने महागठबंधन में सबसे अधिक 23 सीटों पर अपने प्रत्याशी दिए हैं। पहले चरण में राजद की सभी सीटों पर साख दांव पर लगी है। औरंगाबाद से अभय कुशवाहा, नवादा से श्रवण कुशवाहा, गया से कुमार सर्वजीत, जबकि जमुई से अर्चना रविदास राजद प्रत्याशी हैं। चारों प्रत्याशी लोस चुनाव के रण में पहली बार उतरे हैं।
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