पटना: बिहार में जबसे शिक्षा विभाग की कमान के के पाठक ने संभाली है तबसे वो आए दिन वो कोई न कोई नया फरमान जारी करते रहते हैं। ऐसे में कभी कभी कोई आदेश शिक्षकों के पक्ष में होता है तो कभी यह आदेश शिक्षकों के लिए काफी महंगा पड़ जाता है। ऐसे में अब एक ताजा मामला सासाराम से निकल कर सामने आया है। जहां पाठक ने कहा कि सिर्फ स्कूल आ जाने से शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति नहीं मानी जाएगी।
केके पाठक ने राज्य के शिक्षकों को लेकर साफ़ तौर पर कहा है कि विद्यालय में सिर्फ पहुंच जाने भर से शिक्षकों की हाजिरी नहीं माना जाएगा। उन्हें एक सप्ताह के कार्य दिवस के दिन 6 क्लास लेनी होगी। पाठक ने प्राथमिक विद्यालय में जांच के क्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक को हिदायत देते हुए कहा कि विद्यालय के सभी शिक्षक सिर्फ उपस्थित हो जाए, इससे उनकी उपस्थिति नहीं समझी जाएगी। उन्हें प्रत्येक दिन अलग-अलग छह कक्षा लेनी होगी।शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक ने यह आदेश सासाराम में एक स्कूल के निरिक्षण के दौरान दी है।
वहीं, केके पाठक जब विद्यालय की स्थिति के बारे में प्रधानाध्यापक से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान हेडमास्टर साहब की भाषा सुनकर वह दंग रह गए। केके पाठक ने शिक्षक से बातचीत के दौरान उनके शब्दावली पर सवाल खड़े किए और कहने लगे कि आप लोगों की भाषा जब हमें समझ में नहीं आ रही है तो बच्चों का क्या होगा।
दरअसल, विद्यालय की जर्जर स्थिति के बारे में बातचीत करते हुए प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में कई कक्षाएं समाप्त हो गई है। विद्यालय का एक कक्षा फट गया है। कुछ कक्षा कारगर नहीं है। तो ऐसे शब्द सुनकर केके पाठक हैरान रह गए। उसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के भाषा का उपयोग नहीं करें।
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