बिहार में मॉनसून की बेरूखी से अब तक 35 जिलों में सामान्य से 47 फीसदी कम बारिश हुई है। इससे इन जिलों में सूखे के हालात बनते जा रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने किसानों और आमजन को राहत दी है। बिहार में आज से मॉनसून संबंधी गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। वहीं, बुधवार से राज्य भर में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बिहार में सुस्त पड़े मॉनसून में फिर से सक्रियता देखी जा रही है। मंगलवार को किशनगंज, अररिया, सीतामढ़ी, पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण जिले में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इस दौरान उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में बारिश संबंधी गतिविधियां बढ़ेंगी।
वहीं, अगले 48 घंटों के भीतर राज्य भर में मॉनसून के फिर से सक्रिय होने के आसार हैं। बुधवार से कई जिलों में अच्छी बरसात का दौर शुरू हो सकता है। इससे कम बारिश की कमी से जूझ रहे जिलों में किसानों को राहत मिलने के आसार हैं।
आगामी दिनों में दक्षिण बिहार के जिलों में भी बारिश संबंधी गतिविधियां तेज होने का अनुमान है। राज्य के दक्षिणी हिस्से में लोगों को गर्मी और उमस से जल्द राहत मिलेगी। राजधानी पटना में मंगलवार को आज बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
35 जिलों में कम बारिश से सूखे के हालात
बारिश की कमी से राज्य में खेती किसानी का संकट दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन औसत कमी में एक से दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है। किसान टकटकी लगाकर बादलों के बरसने के इंतजार में हैं। 30 जून तक सूबे में सामान्य से छह प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी, जो 18 जुलाई तक सामान्य से 47 प्रतिशत कम के आंकड़े तक पहुंच गया।
राज्य के 17 जिलों बारिश की भारी कमी है। वहीं 18 अन्य जिले भी पानी की कमी से जूझ रहे हैं। राज्य का एक जिला सुपौल है जहां बारिश का आंकड़ा सामान्य से 16 प्रतिशत कम है लेकिन इसे मौसम विज्ञान विभाग सामान्य मानकर चल रहा है। मात्र अररिया और किशनगंज दो जिले ऐसे हैं जहां बारिश का आंकड़ा सामान्य से ऊपर है लेकिन मौसम विभाग केवल किशनगंज की गणना सामान्य से अधिक बारिश में हो रही है। अररिया में सामान्य बारिश की स्थिति है।
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