पटना : सूबे में जहरीली शराब से हो रही मौतों पर विपक्ष सरकार पर पूरी तरह से हमलावर है। लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और अब शिवानंद तिवारी ने भी इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही जिम्मेवार ठहराया है।
राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि आज तक दुनिया में कहीं भी पूर्ण शराबबंदी सफल नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि शराब या नशे को नियंत्रित तो किया जा सकता है, लेकिन पूर्ण रूप से समाप्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाठी-डंडे के जोर पर बिहार के समाज को साधु और महात्मा बनाना चाहते हैं। दुनिया के किसी समाज में यह अब तक मुमकिन नहीं हुआ है। यहां भी ऐसा ही है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में जहां व्यापक गरीबी, बेरोजगारी और प्रशासनिक भ्रष्टाचार है। वहां अवैध शराब के धंधे का फलना-फूलना स्वाभाविक है। अब तो इसका गलत प्रभाव भी सामने आ रहा है। उन्होंने बताया कि शराबबंदी के कारण नौजवानों में ड्रग्स के सेवान का धंधा तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन, इन बातों से नीतीश कुमार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। उनकी जिद पता नहीं और कितनों की जान लेगी।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार का एक वीडियो बयान ट्वीट करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार कहते हैं कि ‘जब गड़बड़ चीज पीजिएगा तो आप चले जाइएगा।’ यादव ने कहा है कि शराबबंदी पर बड़बड़ करने वालों के राज में विगत तीन दिनों में ही जहरीली शराब से 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री स्वयं, प्रशासन, माफिया और तस्कर पुलिस पर कार्रवाई करने की बजाय पीने वालों को कड़ा सबक सिखाने की धमकी देते रहते हैं।
इधर, बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने विपक्ष पर ही पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसे तत्व हैं जो शराब का अवैध कारोबार कर रहे हैं। ऐसे लोगों का विपक्षी दल का भी संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं। किसी को भी शराब की अवैध खरीद बिक्री की जानकारी है तो इसकी सूचना देनी चाहिए। शराबबंदी कानून को लागू कराने में विपक्ष को भी भागीदारी निभानी चाहिए।
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