बिहार में एक बार फिर आसमान से आफत बरसी है। राज्य में ठनका गिरने से अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार को 11 और लोगों की मौत हो गई। गया में तीन बच्चों सहित 5, जबकि भोजपुर, औरंगाबाद और जहानाबाद में दो-दो लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने से चली गई। एक दिन पहले भी राज्य में वज्रपात से 7 लोगों की मौ’त हुई थी। बीते 48 घंटे में ठनका की चपेट में आने से 25 लोगों की जान जा चुकी है।
गया जिले के डोभी में शुक्रवार को ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। यहां दूसरी घटना में एक अन्य महिला की मौत हो गई। जबकि इमामगंज में भी वज्रपात से एक बच्चे ने दम तोड़ दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक शुक्रवार को डोभी प्रखंड के डेरा निवासी रंजन मंडल की पत्नी 30 वर्षीय अनीता देवी, पुत्र सात वर्षीय सन्नी और छह वर्षीय शिवानी ठनका की चपेट में आ गए।
वहीं, डोभी के ही एक अन्य रटनी गांव में संतोष यादव की पत्नी सीता देवी की मौ’त मौके पर ठ’नका गिरने से हो गई। गया में हुई तीसरी व’ज्रपात की घटना में इमामगंज के रौंशा गांव में दस साल के बच्चे की भी जान चली गई।
भोजपुर जिले के तरारी में ठनका गिरने से पूर्व वार्ड सदस्य की मौत हो गई तो वहीं सहार मे एक सहायिका की जान चली गयी। जहानाबाद में ठनका की चपेट में आने से एक युवती व एक किशोर ने दम तोड़ दिया। औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना के बाघाकोल गांव के एक बधार में ठनका गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
बिहार में वज्रपात से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम नीतीश ने तत्काल मृतक के परिजनों को चार-चार लाख अनुग्रह अनुदान राशि देने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं।
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