बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में 20 अक्टूबर तक आम लोगों के प्रवेश और पूजा करने पर रोक लगा दी गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 20 अक्टूबर को यहां आने वाली हैं। महाबोधि मंदिर पहुंचकर राष्ट्रपति भगवान बुद्ध की पूजा करेंगी। यूनेस्को की ओर से इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज शामिल किया गया है। गया जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर आम लोगों से मंदिर में नहीं आने की अपील की है। बताया गया है की सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है। राष्ट्रपति साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में भाग लेकर छात्र छात्राओं को सम्मानित करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। 20 अक्टूबर को वह महाबोधि मंदिर पहुंचेंगी जहां भगवान बुद्ध की पूजा करने के साथ महाबोधि वृक्ष की परिक्रमा भी करेंगी। इससे पहले राष्ट्रपति बुधवार को पटना में और गुरुवार को मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुईं। बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में भगवान बुद्ध को छठी शताब्दी में ज्ञान की प्राप्ती हुई थी। मगध के महान शासक सम्राट अशोक द्वारा इस जगह को विकसित और सुसज्जित किया गया। 2002 में इस मंदिर को यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल कर लिया गया।
बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू 20 अक्टूबर को आने वाली हैं। करीब आधे घंटे तक वह रुकेंगी और बोधि वृक्ष की परिक्रमा करेंगी। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा राष्ट्रपति को भेंट देकर सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति को पवित्रता, सच्चा,ई अच्छा,ई शुद्धता और भक्ति प्रतीक के रूप में विख्यात स्कार्फ भेंट किया जाएगा जिसका उपयोग तिब्बत और मंगोलिया में किया जाता है। यहां से निकालने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।
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