सहरसा: बिहार के सहरसा में मुस्लिम धार्मिक स्थान की आड़ में मिनी ग’न फैक्ट्री चलाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दो सालों से शहरी इलाके में यह खेल खेल खेला जा रहा था। इस धं’धे पर पर्दा डालने के लिए धर्मगुरु को बुलाकर धार्मिक आयोजन भी कराए जाते थे। शहरी इलाके में मजार के पीछे बने तहखाने में हथियार बनाने की मशीनों के साथ पुलिस टीम ने चार शा’तिरों को गिर’फ्तार किया है।
सहरसा नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर के वार्ड नंबर 15 में एक घर में एसटीएफ एवं बख्तियारपुर पुलिस के द्वारा छापामारी कर एक मिनी ग’न फैक्ट्री का उदभेदन किया गया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने फैक्ट्री मालिक एवं मुंगेर से हथि’यार बनाने के लिए लाए गए तीन कारीगर को गिर’फ्तार किया है। इनके अलावे हथि’यार बनाने वाली मशीन सहित कई समान भी बरामद किया है।
फैक्ट्री के मालिक सोनबरसा राज के सिर्रही गांव निवासी महबूब आलम को एसटीएफ ने खदेड़कर नहर पर पकड़ा। एसटीएफ ने बताया की चहारदीवारी का गेट खुलवाकर पुलिस की टीम अंदर दाखिल हुई। पुलिस को देखते ही फैक्ट्री मालिक छप्पर तोड़कर भागने लगा। तब उसे खदेड़कर जवानों के द्वारा पकड़ा गया। एसटीएफ ने बताया कि परिसर के अंदर एक मज़ार बनाया गया है, ताकि किसी को कोई शक नही हो। इस मज़ार पर समय समय पर धर्मगुरओं बुलाकर धार्मिक आयोजन भी कराया जाता था।
छानबीन में पता चला कि घर के अंदर एक कमरे में एक तहखाना बनाया गया है। एसटीएफ पहुंची तो दं’ग रह गई। बंद तहखाने के अंदर में हथियार का निर्माण चल रहा था। जानकारी अनुसार यह मिनी ग’न फैक्ट्री बीते दो साल से चल रहा था। जिसकी कानों कान खबर किसी को नहीं लगी। शा’तिरों ने लोगो को दिग्भ्रमित करने के लिए पुख्ता इंतजाम किया था। लगभग एक महीने पहले यहां एक मिलाद भी करवाया गया था। मिलाद में बाहर से बड़े बड़े मुस्लिम धर्मगुरु को बुलाया गया था।
पूछताछ में पता चला है कि इस मामले का मुख्य आरो’पी महबूब आलम है। वही इस फैक्ट्री को संचालित करता था। बताया गया है कि महबूब आलम का नेटवर्क बड़ा है। उसने चार शादी किया हुआ है। बख्तियारपुर पुलिस एसटीएफ के साथ मिलकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
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