Press "Enter" to skip to content

बिहार में फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा, हालात से निपटने के लिए राज्य के अस्पताल कितने तैयार?

बिहार समेत देशभर में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण तेज होने का खतरा बढ़ गया है। इस बीच नीतीश सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। मंगलवार को राज्य के सभी छोटे-बड़े सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई। इसमें कोविड संक्रमण की आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल कितने तैयार हैं, इसकी समीक्षा की गई। पटना, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर समेत सभी जिलों के अस्पतालों में कोविड बेड, ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति जांची गई।

बिहार में फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा, हालात से निपटने के लिए राज्य के अस्पताल कितने तैयार?

राजधानी पटना के विभिन्न अस्पतालों में मंगलवार को कोविड को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। पीएमसीएच के डॉक्टर्स का कहना है कि हम साल भर से तैयार हैं। पीएमसीएच में कोविड वार्ड तैयार करने का काम जोर-शोर से चल रहा है। छत्तीसगढ़ आईजे वार्ड तैयार है जिसमें 25 वेंटिलेटर लगे हुए हैं। पीएमसीएच का ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह सक्रिय है। यहां एक साथ 2000 मरीजों की जरूरत के बराबर क्षमता की ऑक्सीजन उपलब्ध है।

डीएमसीएच के शिशु रोग और इमरजेंसी का ऑक्सीजन प्लांट ठप

दरभंगा में कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिए और तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को डीएमसीएच में मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान कोरोना आईसीयू के सभी 16 बेड पर उपकरण दुरुस्त पाए गए। ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति सुचारू है। एचडीयू के सभी 25 बेड पर मॉनिटर काम कर रहे हैं। इसके अलावा काफी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। आइसोलेशन बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी है। हालांकि, अस्पताल के शिशु रोग और इमरजेंसी का पीएसए ऑक्सीजन प्लांट ठप मिला। यहां सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। डीएमसीएच में कोविशील्ड वैक्सीन की एक भी डोज उपलब्ध नहीं है।

किशनगंज में रोजाना 200-300 आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे

किशनगंज सदर अस्पताल में कोविड मॉक ड्रिल के दौरान मंगलवार को ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति,ऑक्सीजन के उत्पादन के अलावा प्रत्येक बेड तक आपूर्ति, पाइप लीकेज  एवं बेड पॉइंट का जायजा लिया गया। सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब चालू है, यहां 200 से 300 कोविड टेस्ट रोजाना हो रहे हैं। जिले में कोरोना टीकाकरण के लिए कोविशील्ड की बूस्टर डोज की बीते 6 दिनों से किल्लत है।

मुंगेर में ऑक्सीजन प्लांट की प्योरिटी कम, कोविड केयर वार्ड बंद होने पर लगी फटकार

मुंगेर के पूरब सराय स्थित जीएनएम स्कूल में बने डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ने मंगलवार को मॉक ड्रिल की। इस दौरान पीकू वार्ड में बने 20 बेड वाला डेडिकेटेड कोविड केयर वार्ड बंद मिला। इस पर अस्पताल प्रबंधक को सिविल सर्जन ने जमकर फटकार लगाई। साथ में निर्देश दिया कि शाम तक वार्ड को खुलवा कर सभी व्यवस्था को अपडेट करें। उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लिया तो ऑक्सीजन की शुद्धता निर्धारित मात्रा से कम पाई गई। वहां काम कर रहे तकनीशियन ने बताया कि इसकी प्योरिटी 90 से 95 पर रहनी चाहिए जबकि मीटर 56 से 60 ही बता रहा है। इस पर सिविल सर्जन ने आईटीसी के मैनेजर से संपर्क कर प्योरिटी को सही करने का निर्देश दिया।

समस्तीपुर सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की चेकिंग

समस्तीपुर के सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी के नेतृत्व में ऑक्सीजन प्लांट का मॉक ड्रिल किया गया। इस दौरान प्लांट में ऑक्सीजन के स्टोरेज, सप्लाई और प्रेशर की जांच की गई। साथ ही वार्डों में पाइपलाइन व्यवस्था को भी देखा गया ताकि भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति समुचित ढंग से हो सके।

Share This Article
More from ADMINISTRATIONMore posts in ADMINISTRATION »
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from COVID-19More posts in COVID-19 »
More from DARBHANGAMore posts in DARBHANGA »
More from HEALTHMore posts in HEALTH »
More from PATNAMore posts in PATNA »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *