पटना: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दे दी हैं। कोविड मरीजों में हर रोज इजाफा हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। इसने चुनाव से पहले सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी पटना में शुक्रवार (1 मार्च) को कोविड-19 के 15 नए मरीज मिले हैं। इसी के साथ पटना जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। अब कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज पटना जिले में हो गए हैं। बीते तीन दिनों में 37 नए कोरोना मरीज मिले हैं। पटना जिले के मोकामा में 4 नए संक्रमित मिले। तो वहीं बख्तियारपुर और दुल्हिन बाजार में 2-2 नए मरीज सामने आए।
इस बार शहरों के मुकाबले बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों से कोरोना के नए मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। अभी तक मिले संक्रमितों में 95% मरीज ग्रामीण क्षेत्रों के हैं और बाकी पटना सिटी क्षेत्र के रहने वाले हैं। शुक्रवार को पटना शहर से 5 नए मरीज मिले तो ग्रामीण इलाकों से 10 संक्रमित सामने आए. बीते बुधवार (28 फरवरी) को 22 नए मरीज मिले थे. पिछले 50 दिनों में यह संख्या सबसे ज्यादा थी. इससे पहले 5 जनवरी को 30 नए संक्रमित मिले थे।
प्रदेश में अब कोरोना के कारण मौ’त का सिलसिला भी शुरू हो गया है. रोहतास जिला के करगहर प्रखंड के तोड़नी गांव में कोरोना के कारण एक 4 साल के बच्चे की मौ’त हो गई. मृ’तक चार वर्षीय आयुष कुमार तोरनी गांव निवासी नीरज कुमार शर्मा का बेटा था. नारायण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही उसकी मौ’त हो गई. बच्चे की मौ’त के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
डॉक्टरों की मानें तो इस बार खांसी, पसलियों में दर्द की शिकायत वाले मरीज ज्यादा आशंकित लग रहे हैं. अधिकतर लोग खांसी और पसलियों में दर्द से परेशान हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, अभी मौसम बदलने के कारण भी लोगों में खांसी और दर्द की शिकायत है, लेकिन उसमें से ही कई ऐसे लोग हैं जो कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. वहीं पटना के सिविल सर्जन डा. श्रवण कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, लेकिन निजी व सरकारी प्रयोगशाला से मिली यह रिपोर्ट 21 फरवरी के बाद से अब तक की है. ऐसे में दो दिन में 22 कोरोना संक्रमित मिले, ऐसा कहना सही नहीं होगा।
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