कैमूर पुलिस का जवान चिंटू कुमार अपने दोस्त के साथ गि’रफ्तार हुआ है। इसे पटना में गर्दनीबाग थाना की पुलिस ने पकड़ा है। दोस्त के साथ मिलकर पुलिस के इस सिपाही ने एक दिव्यांग को ही लू’ट लिया था। दोनों ने मिलकर दिव्यांग को डराया-धमका’या भी था। खुद को इनकम टैक्स पुलिस का अधिकारी बताया था।
दरअसल, यह पूरा मामला 21 अगस्त का है। सुरेश यादव एक पैर से दिव्यांग व्यक्ति है। पान और गुटखा बेचकर अपना और परिवार का खर्च उठाता है। चितकोहरा बाजार में छोटी सी इसकी दुकान है। सोमवार को पटना पुलिस की तरफ से इसका खुलासा किया गया है।
अचानक आए और कहा कि गांजा बेचते हो
सुरेश यादव के अनुसार वो अपनी दुकान पर बैठा था। अचानक से दो लोग उसके पास आए। सीधे कहा कि साला तुम गांजा बेचता है। तुमको जेल भेज देंगे, नहीं तो पैसा दो। इन बातों को बोलते हुए एक शख्स ने गल्ला में हाथ डाल दिया और उसमें रखे 1500 रुपया को जबरन निकाल लिया। इसके बाद भी दोनों और रुपए देने की मांग कर रहे थे। जिस पर दिव्यांग व्यक्ति ने आपत्ति जताई। और रुपए देने से मना कर दिया।
जबरन बैठा लिया था बाइक पर
जब सुरेश ने दोनों ब’दमाशों की डिमांड पूरी नहीं की तो जबरन उसे अपनी बाइक पर बैठा लिया। फिर चितकोहरा गोलंबर की तरफ ले गए। इसी बीच पूरे प्रकरण को देख रहे एक शख्स ने गर्दनीबाग थाना को कॉल कर दिया।
जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने कार्रवाई की और दिव्यांग को बरामद कर दोनों बदमाशों को पकड़ लिया। थाना ले जाकर दोनों से पूछताछ की। जिसके बाद असलियत सामने आई।
चिंटू और उसके साथी राकेश ने अपनी पहचान बताई। चिंटू तो बिहार पुलिस का सिपाही है और राकेश पटना में पाटलिपुत्रा गोलंबर के पास स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में सिक्योरिटी गार्ड है। कैमूर से पहले चिंटू पटना जिला पुलिस बल में था। कोतवाली और फुलवारी शरीफ थाना में इसकी पोस्टिंग थी। पर अवैध कमाई के चक्कर में इसे क्राइम की लत लग गई। अब इसकी हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है।
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