भागलपुर के सुल्तानगंज में लगभग 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा एक पुल मामूली आंधी-तूफान का भी सामना नहीं कर पाया और धाराशा’यी हो गया। अगवानी पुल शुक्रवार को धराशा’यी हो गया। इस हा’दसे के कारण जानमाल का तो कोई नुक’सान नहीं हुआ लेकिन सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान जरूर हुआ है।
स्थानीय लोगों की मानें तो पुल का ढांचा गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई। घट’ना पर सुल्तानगंज के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल का कहना है की मुख्यमंत्री को सूचित कर दिया गया है। मामले की जांच होगी।
जदयू के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुल बनाने के लिए घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है। पुल बनाने में खूब भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से पुल का ढांचा मामूली आंधी भी नहीं झेल पाया और धाराशायी हो गया। विधायक का कहना है कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का निर्देश दिया था।
सुल्तानगंज के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने इस हादसे की जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि सीएम नीतीश कुमार को इसके बारे में सूचित किया गया है। इसकी जांच होगी। उनका कहना है कि पुल निर्माण के दौरान हुई गड़बड़ियों की वजह से पुल धाराशायी हुआ।
शनिवार अहले सुबह साढ़े तीन बजे सुल्तानगंज-अगुवानी के बीच गंगा नदी में निर्माणाधीन फोरलेन पुल के पाया संख्या पांच के दोनों ओर स्पैन में लगे सिगमेंट ध्वस्त होकर नीचे गिर गए। विधायक सहित बीडीओ, सीओ एवं पुल निर्माण कार्य से जुड़े कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के प्रोजेक्ट निदेशक आलोक कुमार झा ने बताया कि पुल गिरने से करीब 40 करोड़ की क्षति होने का अनुमान है। 1710.77 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पुल में कुल 31 पाए हैं। पुल की कुल लंबाई 3.160 किलोमीटर है। जून तक पुल को तैयार करना है।
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