बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आईआईटी पटना के नवनिर्मित 24 भवनों, आईआईएम बोधगया के स्थायी भवन तथा भागलपुर ट्रिपल आईटी के नये स्थायी भवन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन स्थित अपने कक्ष से जुड़े।
दरअसल, 466 करोड़ रुपये की लागत से बने आईआईटी पटना में 24 भवनों के निर्माण होने से अकादमिक ब्लॉक, केंद्रीय पुस्तकालय, छात्रावास, सेंट्रल लेक्चर हॉल और स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर सहित अन्य सुविधाएं छात्रों को मिलने लगी। इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहटा स्थित आईआईटी परिसर पहुंचकर नवनिर्मित भवनों का जायजा लिया था और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली थी।
आईआईटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने बताया कि परिसर में दो पुस्तकालय, छात्रावास, सेंट्रल लेक्चर हॉल, स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर सहित कई सुविधाएं विकसित हुई हैं। परिसर में 4948 स्क्वॉयर मीटर में एक भव्य सभागार का निर्माण हुआ है जिसमें 1000 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसमें सांस्कृतिक, शैक्षणिक और तकनीकी इवेंट्स आयोजित हो सकेंगे। इसके अलावा सेंट्रल लेक्चर हॉल, स्टूडेंट एक्टविटी सेंटर, 940 छात्रों की क्षमता का सिंगल बेड बॉयज हॉस्टल, 228 छात्राओं के लिए डबल बेड हॉस्टज और 36 मैरिड शोधार्थियो के छात्रावास के अलग अलग भवन बने हैं। आईआईटी की 167 फैकल्टी और कर्मचारियों के लिए चार तरह के क्वार्टर बने हैं। इसके अलावा अतिथियों के 72 सुईट बनाया गया है। यहां अतिथियों के लिए महंगे होटलों की तरह व्यवस्था है।
बोधगया आईआईएम की शुरुआत 2015 में 30 छात्रों से हुई थी। आज 293 शहरों, 26 राज्यों और 1110 से अधिक छात्रों का यहां नामांकन हुआ है। यहां छात्र समूह में 31.7 फीसदी छात्राएं शामिल हैं। भविष्य में और बेहतर शिक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां अत्याधुनिक स्मार्ट कक्षाएं बनायी गई हैं। प्रज्ञता-लाइब्रेरी ज्ञान के केन्द्र के रूप में छात्रों को मदद प्रदान करेगी। परिसर में छात्रों के लिए जिम, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट आदि की सुविधा है। इसके अलावा चिकित्सा केन्द्र, फैकल्टी और स्टाफ के लिए आवास बनाए गए हैं। आईआईएम की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया गया कि संस्थान ने आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य का समर्थन किया है। यहां 3000 से अधिक लोगों को उद्यम के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा आईआईएम बोधगया में पुलिस कर्मियों और बिपार्ड जैसे संस्थानों के करीब 2000 प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
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