बिहार के इकलौते जंगल वाल्मीकिनगर में भी बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। स्थिति यह है कि जंगल का अधिकांश इलाका पानी से भर चुका है।
बाढ़ का पानी जंगल में घुस कर भारी तबाही मचा रहा है। इससे वहां के जानवरों में अफरातफरी का माहौल है।
बाघों का आशियाना भी बाढ़ के पानी के कारण तबाह हो चुका है। जंगल का ग्रास लैंड वाला इलाका भी जलजमाव से ग्रस्त है। इस कारण शाकाहारी जानवरों के बीच भोजन की समस्या भी गहराती जा रही है।
जानवरों के रहने के लिए भी जंगल में जगह कम पड़ती जा रही है। ऐसे में अगर बाढ़ की स्थिति यही रही तो आनेवाले दिनों में वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट में जानवरों का जिंदा रहना भी मुश्किल में पड़ सकता है।
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