भागलपुर: भागलपुर में बन रहे सूप-डालिया से कई राज्यों में आस्था का महापर्व मनेगा। यहां से बड़े पैमाने पर प्रतिदिन सूप-डलिया दूसरे राज्यों में भेजे जा रहे हैं। भागलपुर में बांस की अधिक जरूरत को देखते हुए इसे पूर्णिया, किशनगंज, दुमका, आसाम आदि जगहों से मंगवाया जा रहा है। आर्थिक मामले के जानकार सीए प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने बताया कि यहां का सूप-डलिया अभी महाराष्ट्र, बंगाल, दिल्ली, नागालैंड, मेघालय आदि जगहों पर जा रहा है। पूजा के दौरान 20 करोड़ से अधिक सूप-डलिया का कारोबार होने की संभावना है। इस क्षेत्र के जगदीशपुर, गोराडीह, माछीपुर, जमसी आदि जगहों पर बड़े पैमाने पर इसे तैयार किया जा रहा है।
लोहिया पुल के समीप सूप कारोबारी ने बताया कि छठ पूजा पर सबसे अधिक सूप डालिया की बिक्री होती है। यहां से ट्रक के माध्यम से महाराष्ट्र, बंगाल आदि जगहों पर ट्रक के माध्यम से सूप और डलिया भेजा जा रहा है। इसके अलावा बिहार-झारखंड के कई जिलों में एक सप्ताह तक अभी भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कारोबार से कई लोग जुड़े हुए हैं। पर्व के समय में मांग अधिक होने से एक हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
कारोबारी ने बताया कि इस बार सूप-डलिया की कीमत स्थिर है। सूप अभी 130 रुपये जोड़ा बिक रहा है। जबकि डलिया 150 रुपये से 180 रुपये तक बिक रहा है। स्थानीय लोगों के द्वारा दीपावली के बाद सूप-डालिया खरीदा जाता है।
चार दिवसीय आस्था का महापर्व 17 नवंबर से शुरू हो रहा है। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ पर्व की शुरुआत होगी। 18 नवंबर को खरना, 19 नवंबर को सायंकालीन अर्घ्य व 20 नवंबर को प्रात:कालीन अर्घ्य दिया जायेगा। इसी के साथ पर्व का समापन होगा।
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