जमुई के गरही थाना क्षेत्र के सितमिडीह गांव में चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। जनगणना से लेकर जातिवाद तक पर मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लिया। चिराग पासवान ने पीएम मोदी के द्वारा विजया दशमी पर रावण दहन को लेकर जातिगत गणना पर किए गए ट्विट को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि मैंने भी ट्विट किया है कि विजया दशमी पर रावण दहन पर जाति के आधार पर बांटने वाले लोगों का रावण दहन के जगह उसका ही दहन होना चाहिए जो जातिवाद की राजनीति करते है।
चिराग पासवान ने कहा कि पिछले 33 सालों से समाज में बंटवारे कर लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार में उद्योग खुल जाए तो,क्यों बाहर जाने की जरूरत पड़े। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि यहां लैंड लॉक स्टेट है। यहां उद्योग नहीं खुल सकता है। मुख्यमंत्री बिहार के भूगोल को दोष देते हैं पर दोष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नियत में है। वह चाहते हैं कि बिहार के युवा बिहार में नहीं रहे। यहां रहेगा तो सवाल करेगा।अपना हक और अधिकार मांगेंगा। जितना बिहार से बिहारी बाहर निकल जाए उतना बेहतर होगा। ऐसे में कैसे पीएम बनेंगे।पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात मॉडल लेकर आए मेरे मुख्यमंत्री के पास क्या मॉडल है। बिहार से जब तक जातिवाद खत्म नहीं होगा तब तक विकास संभव नहीं है।
वही चिराग पासवान ने कहा कि बाहर जाकर सब भारतीय हो जाते हैं। यहां पर मुसलमान, ब्राह्मण,भूमिहार, दलित,महादलित पिछड़ा, यादव में बंट जाते हैं। बाहर में ना कोई अगड़ी जाति के होते हैं और ना ही पिछली जाति के, वहा जाकर सब भारतीय बन जाते है, बिहारी बन जाते है, पर बिहार में इसी जातिवाद को लेकर सब राजनीति करते है। हमारे मुख्यमंत्री क्या करते है कभी एनडीए तो कभी महागठबंधन में चले जाते है और दोनो तरफ से वोट लेकर 18 साल से राजनीति करते रहते हैं। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने बयान दिया था कि नीतीश कुमार का मेमोरी लॉस हो रहा और आस-पास के लोग उन्हें गलत मेडिसीन दे रहे है।
इस पर चिराग पासवान ने कहा कि अगर यह सही है तो जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मेरे मुख्यमंत्री हैं, यकीनन मैं चिंतित हूं, उम्र में मेरे से बड़े हैं, तजुर्बे में बड़े हैं मैं चाहूंगा कि मेरे मुख्यमंत्री हमेशा स्वस्थ रहे उनकी लंबी आयु हो, लेकिन मैं हमेशा उनकी नीति और नीतियों का विरोध कल भी करता था आज भी करता हूं। नीतीश कुमार के मेमोरी लॉस पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं कह सकता। बीपीएससी की परीक्षा में जिन शिक्षकों को अपना नाम नहीं लिखने आता है वह भी क्वालीफाई कर गये हैं इस पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं तो पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कह हूं कि यह एक और लॉलीपॉप है।
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