मोतिहारी, 15 जून, अनुमंडल पदाधिकारी पकड़ीदयाल कुमार रवीन्द्र की अध्यक्षता मे तेतरिया एवं पताही स्वास्थ्य केन्द्रों के 32 टीबी मरीजों के बीच जून एवं जुलाई 2023 महिने का 64 फूड बास्केट वितरण किया। कुमार रविंद्र ने बताया की 32 टीबी मरीजों को गोद लेकर निक्षय मित्र बना हुँ, अब ये मेरी जिम्मेदारी है की टीबी मरीजों को पोषण सम्बंधित मदद करें, उन्होंने बताया कि टीबी से ग्रसित होने पर मरीजों की सेहत बिगड़ जाती है। ऐसे में उन्हें दवाओं के साथ पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। वहीँ आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण टीबी मरीज खाने- पीने में पोषक आहार नहीं ले पाते हैं। जिससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। उन्हीं पोषण की जरूरतों को पूरा करने के लिए अगले छह महीने तक लगातार फूड बास्केट उपलब्ध करायी जाएगी।
पौष्टिक आहार के साथ नियमित दवा लें टीबी मरीज- डॉ. मोहनलाल
मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मोहनलाल प्रसाद ने इलाज करा रहे टीबी के मरीजों को नियमित दवा लेने और पौष्टिक भोजन लेने का आह्वान किया। उन्होंने बताया की राशन सामग्री में तीन किग्रा दाल, 1 किग्रा मूंगफली, 1.5 किग्रा चना, 1 किग्रा गुड़, 1 लीटर तेल और 500 ग्राम हॉलिक्स वितरण किया गया। इस अवसर पर प्रभारी डॉ. मोहनलाल प्रसाद ने रोगियों को बताया कि टीबी की दवा नाश्ते के बाद ही लें। गर्म तासीर वाली चीजें जैसे चाय, कॉफी, खट्टी व मिर्च मसाले वाली चीजें खाने से बचें। रोज सुबह हल्का हल्का व्यायाम करें, खाने में फाइबर वाली चीजें जैसे हरी सब्जियां, मौसमी फल, दालें, सोयाबीन ज्यादा से ज्यादा लें। खाने के तुरन्त बाद लेटें नहीं बल्कि थोड़ा टहलें। ध्यान रहे कि किसी भी स्थिति में टीबी की दवा बंद नहीं करनी है। इसके अलावा उन्होंने मरीजों से कहा कि समय-समय पर अपना चेकअप और निरंतर दवाओं का सेवन भी साथ करते रहे। सही देखभाल और उचित ट्रीटमेंट से हम इसे जड़ से भी समाप्त कर सकते हैं।
मौके पर राजस्व अधिकारी अमरदीप कुमार, अंचलाधिकारी डॉ संजीव कुमार, डिस्टिक कोर्डिनेटर ललित कुमार,बीएचएम राज कुमार, मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे।
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