बिहार/झारखंड: बिहार और झारखंड में NIA ने भाकपा (माओवादी) के समर्थकों और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए ने इसके तहत बिहार और झारखंड में मंगलवार (2 मई) को 14 स्थानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई नक्सली संगठनों को पुनर्जीवित करने और उसकी विचारधारा का प्रचार करने की साजिश की जांच से संबंधित है. एजेंसी ने कहा कि जिन संदिग्धों के घरों की तलाशी ली गई, उनके नक्सलियों के पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति के सदस्यों के साथ संबंध हैं।
जानकारी के मुताबिक, झारखंड में 8 स्थानों की तलाशी ली गई, जबकि बिहार के 6 ठिकानों पर रेड पड़ी. झारखंड में विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन के रांची, बोकारो, धनबाद, रामगढ़ और गिरिडीह जिलों में स्थापित कार्यालयों में छापा मारा गया. जबकि बिहार में खगड़िया, गया और औरंगाबाद जिलों के 6 स्थानों पर तलाशी ली गई. इस छापेमारी में नक्सलियों के सहयोगियों और समर्थकों के घर शामिल हैं.
एजेंसी की यह कार्रवाई आतंकवादी संगठन को पुनर्जीवित करने एवं उसकी विचारधारा का प्रचार करने की साजिश की जांच से संबंधित है. जानकारी के अनुसार, छापेमारी के तहत मजदूर संगठन समिति (MSS) और VVJVM से संबंधित ठिकानों की तलाशी ली गई है. इस दौरान प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज, कई मोबाइल फोन, DVDs और नक्सली संगठनों से संबंधित दस्तावेजों के साथ-साथ बैंक खाते के विवरण भी जब्त किए गए.
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि जिन संदिग्धों के घरों की तलाशी ली गई, उन सभी के संबंध भाकपा (माओवादी) के पोलित ब्यूरो एवं केंद्रीय समिति के सदस्यों से हैं. प्रवक्ता ने कहा कि छापे के दौरान प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज कई मोबाइल फोन, DVDs और बैंक खातों के विवरण जब्त किए गए.
एजेंसी के अनुसार भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्यों के खिलाफ संगठन की विचारधारा को फैलाने की साजिश रचने के आरोप में पिछले साल 25 अप्रैल को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि पूरे षडयंत्र का पर्दाफाश करने के लिए आगे की जांच की जा रही है.
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