बिहार: बिहार में तेज पछुआ हवाओं के कारण आग लगने की घ’टनाएं बढ़ गई हैं। विभिन्न जिलों में अ’गलगी के चलते चार लोगों की मौ’त हो गई। साथ ही सैकड़ों एकड़ में लगी फसल भी ज’लकर राख हो गई। मृ’तकों में दो पटना, एक बक्सर और एक सीतामढ़ी जिले के हैं। आ’गजनी की घट’नाएं 16 जिलों में हुई। 9 जिलों में कहीं बड़े पैमाने पर तो कहीं आंशिक रूप से फसल को नुकसान पहुंचा है।
जहानाबाद के बंभई और पान बीघा गांव में 57 किसानों की ढाई सौ बीघा में गेहूं की फसल स्वाहा हो गई। अब इन किसानों के सामने भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। बताया जा रहा है कि किसी शख्स ने सिगरेट पीकर खेत में फेंक दी थी, जिसके बाद आग भड़क गई और तेज हवा की वजह से वो तेजी से फैलती गई। सीतामढ़ी के जयनगर गांव में भी चूल्हे की चिंगारी से लगी आग में 4 साल का मासूम जिंदा जल गया। 6 लोगों के घर और लाखों के सामान राख हो गए।
बक्सर के करमा गांव में झोपड़ी में आग लगने से 4 वर्षीय बच्चे की मौ’त हो गई। कैमूर, छपरा, बेगूसराय, रोहतास, सीवान, गोपालगंज, भोजपुर, पूर्वी चंपारण, मुंगेर में भी फसलों को नुकसान हुआ। वहीं, पश्चिम चंपारण, मधुबनी और दरभंगा में और 6 मवेशी जलकर मर गए। उधर, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया में आग लग जाने से कई घर, अनाज, कपड़े, बर्तन आग की भेंट चढ़ गए। इससे लाखों की क्षति हुई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को किया अल’र्ट
अ’गलगी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के डीएम को सचेत रहने और घ’टना होने पर राहत-बचाव कार्य तुरंत चलाने को कहा है। साथ ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया है। पी’ड़ितों को 24 घंटे में अनुदान, पॉलीथिन शीट, बर्तन आदि देने की हिदायत दी गई है।
ये सावधानी बरतें-
● खाना सुबह 9 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद बनाएं
● खाना पकाकर चूल्हे की आग को पानी से पूरी तरह बुझा दें
● गैस चूल्हे के उपयोग के बाद रेग्यूलेटर बंद रखें, पाइप में लीकेज की जांच कर लें
● बीड़ी-सिगरेट को पीकर इधर-उधर कभी नहीं फेंकें
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