राजधानी पटना में मंगलवार को सीटेट और बिटेट अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रद’र्शन किया. पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के डाकबंगला चौराहे पर शिक्षक बहाली के सातवें चरण के विज्ञप्ति को जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शन किया।
कहां गया 10 लाख का वादा?
अभ्यर्थियों का कहना था कि पिछले साढ़े 3 साल से हम लोग प्रद’र्शन कर रहे हैं लेकिन शिक्षा विभाग के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. अभ्यर्थियों का कहना है कि तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था तो अब जब सरकार में आ गए हैं तो अपने वादे को पूरा करें नहीं तो आंदोलन और उग्र होगा।
सातवें चरण के बहाली की मांग
दरअसल, अभ्यर्थी सातवें चरण के शिक्षकों की बहाली की मांग को लेकर प्रद’र्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि 2019 में परीक्षा ली गई थी और नतीजे 2020 में घोषित किए गए लेकिन अब तक उनकी नियुक्ति नहीं हो पाई है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो साढ़े तीन साल में बहाली का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उनकी नौकरी को लेकर सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है.
इस बीच, तीन दिन पहले बोर्ड ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के कार्यक्रम घोषित कर दिया. साथ ही ऐलान कर दिया कि अब हर साल एसटीईटी की परीक्षा होगी. अभ्यर्थियों का कहना है कि वो साढ़े तीन साल से प्रदर्शन कर रहे हैं तो उनकी मांग पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है लेकिन अगले साल का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया. जो की कहीं से भी सही नहीं है।
बीजेपी का प्र’दर्शन
वहीं, बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले बीजेपी ने हंगा’मा किया. विधानसभा के पोर्टिको में बीजेपी विधायकों ने रोजगार के मुद्दे को लेकर महागठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नौकरी के नाम पर युवाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरो’प लगाया।
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