बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने रांची से पटना शरा’ब की त’स्करी करने वाले रैकेट का भंडाफो’ड़ किया है. झारखंड से बिहार शरा’ब की त’स्करी लग्जरी बस से की जा रही थी. एक बैग के लिए ड्राइवर और खलासी को ₹1000 दिए जाते थे. पुलिस को लग्जरी बस से शराब की तस्करी करने की गुप्त सूचना मिली थी.
झारखंड की राजधानी रांची से पटना पहुंची बस एसके मेमोरियल के साथ रुकी हुई थी. उसी वक्त पटना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और बस की तलाशी लेने लगी. पुलिस ने लग्जरी बस से शराब से भरे बैग बरामद किए. इसके बाद बस को जब्त कर लिया गया. साथ ही ड्राइवर और खलासी को भी हिरासत में ले लिया गया. बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. सख्त शराबबंदी कानून होने के बावजूद तस्कर अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए प्रसाशन से लेकर सरकार तक गंभीर है. इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे हैं जो शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं. पटना में झारखंड की राजधानी रांची से शराब की तस्करी किए जाने के एक मामले का खुलासा पुलिस ने किया है.
रांची से लग्जरी बस के माध्यम से शराब पटना लाई जा रही थी. शराब को पटना में ही बेचा जा रहा था. जानकारी के अनुसार, रांची से मां शांति नाम की लग्जरी बस से शराब की खेप पटना लाई गई थी.
यह बस एसके मेमोरियल हॉल के सामने बुधवार को खड़ी की गई थी. उसी बीच गांधी मैदान थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जब बस की जांच की तब इसकी डिक्की में शराब से भरा बैग मिला.
ड्राइवर-खलासी गिरफ्तार
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बस के ड्राइवर विनोद कुमार और खलासी रवीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस द्वारा जब बस की डिक्की खुलवाया गया तो उसमें शराब से भरे 4 बैग मिले. इन बैग से शराब की 130 बोतल बरामद की गई.
बस चालक विनोद छपरा जिला का रहने वाला है, जबकि खलासी रवि नालंदा के छबीलापुर का निवासी है. बस भवर पोखर के रहने वाले अशोक यादव के परिजनों की बताई जा रही है. राजद नेता अशोक यादव की साल 2005 में बम मारकर हत्या कर दी गई थी.
जांच में जुटी पुलिस
पटना पुलिस तस्करी के इस रैकेट का सुराग लगाने में जुटी हुई है. शराब तस्करों ने चालक और खलासी को शराब लाने के लिए अपने स्तर पर सेट कर लिया था. तस्करों द्वारा एक बैग पर ड्राइवर खलासी को 1000 दिए जाते थे और प्रतिदिन 3 से 4 बैग शराब मंगाई जाती थी. इस खुलासे ने एक बार फिर से दूसरे राज्यों से आने वाली बसों को पटना पुलिस के राडार पर खड़ा कर दिया है. पटना पुलिस के अधिकारियों की मानें तो एक विशेष रणनीति के तहत दूसरे राज्यों से आने वाली बसों का प्रतिदिन जांच सुनिश्चित किया जाएगा.

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