सारण जिले के महाराजगंज के सांसद जर्नादन सिंह सिग्रिवाल के सांसद निधि खाता से 89 लाख रुपए गायब करने के मामले में ईओयू ने बैंककर्मी समेत दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में विकास सिंह भोजपुर के सिकरहटा में बैंक ऑफ बड़ौदा का स्टाफ है। उसके साथ धर्मवीर कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह नामक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने बैंक का डाटा लीक कर सरकारी खातों से राशि गबन की बात ईओयू के समक्ष स्वीकार की है।
जनार्दन सिंह सिग्रिवाल की सांसद निधि का खाता छपरा के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में है। जालसाजों ने दो क्लोन चेक के जरिए इस खाते से 89 लाख रुपए की निकासी कर ली थी। इस संबंध में छपरा (नगर) थाना में कांड संख्या 625/20 25 नवम्बर 2020 को दर्ज किया गया था, जिसका अनुसंधान ईओयू कर रही है। ईओयू को जांच के दौरान भोजपुर के मुफ्फसिल थाना के गंगहर निवासी विकास सिंह और बिहटा के नेऊरा ओपी के बसौढ़ा निवासी धर्मवीर कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह की संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य मिले। दोनों को मंगलवार को सिकरहटा और बसौढ़ा से छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
ईओयू के मुताबिक अभियुक्तों ने बैंक का डाटा लीक कर कई सरकारी खातों से राशि गबन करने की बात स्वीकार की है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि रेलवे वेलफेयर बोर्ड, बिहार साइंस एंड टेक्नोलॉजी, बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, दीसापुर कॉलेज, एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी, एक्सक्यूटीव इंजीनियर कटक डिविजन आदि कई खातों का विवरण इनके द्वारा लीक किया गया था।
इनके पास से बरामद मोबाइल फोन से ईओयू को महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने की उम्मीद है। मोबाइल फोन को अदालत की अनुमति के बाद एफएसएल में जांच के लिए भेजा जाएगा।
सांसद खाते से 89 लाख रुपए की राशि के गायब करने के मामले में अबतक 7 अभियुक्तों की गिरफ्तारी बिहार समेत कई राज्यों से हो चुकी है। 5 अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की गई है।
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