इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) पटना अगले दो महीने के भीतर देश के सबसे अपडेटेड सुपर कंप्यूटर से लैस हो जाएगा। इससे शिक्षा, चिकित्सा और मौसम के क्षेत्र में रिसर्च को नए आयाम मिलेंगे। आईआईटी पटना में सुपर कंप्यूटर को इंस्टॉल करने की तैयारियां बड़े स्तर पर चल रही हैं।
हाल ही में सीडैक की स्थानीय टीम ने आईआईटी परिसर का निरीक्षण किया। अब जल्द ही केंद्रीय टीम जगह के चयन और कंप्यूटर को इंस्टॉल करने की प्रक्रिया को आखिरी रूप देने के लिए यहां आएगी। देश के नौ संस्थानों में नेशनल सुपर कंप्यूटिंग मिशन के तहत सुपर कंप्यूटर इंस्टॉल किए जा रहे हैं। साइंस एवं टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने इन 9 संस्थानों में आईआईटी पटना का चयन किया है।
आईआईटी पटना के डायरेक्टर टीएन सिंह के मुताबिक सुपर कंप्यूटर पलक झपकते ही एक लाख करोड़ से ज्यादा गणनाएं करने में सक्षम है। यह दुनिया का सबसे ताकतवर कंप्यूटर है। इससे शोध की गुणवत्ता, उसकी समयावधि में बड़ा बदलाव आएगा। बिहार में शिक्षा, चिकित्सा, मौसम पूर्वानुमान, जलवायु परिवर्तन, शोध और अध्ययन के क्षेत्र में इसका व्यापक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि रिसर्च और अनुसंधान के क्षेत्र में इससे बड़ा बदलाव आएगा। खगोल, भौतिकी, आणविक विज्ञान जैसे क्षेत्रों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इंजीनियरिंग के साथ-साथ डिजाइनिंग में इसकी अहम भूमिका होगी। एमएसएमई और स्टार्टअप में यह सुपर कंप्यूटर नई जान फूंकेगा। राज्य के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों को भी इसका फायदा होगा। इनकी तकनीकी क्षमता बढ़ेगी।
हाल ही में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु में सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर परम प्रवेग लगाय गया है। इसकी स्पीड 3.3 पेटाफ्लॉप है। एक पेटाफ्लॉप प्रति सेकंड 10 के 15 गुणक से प्राप्त प्रतिफल के ऑपरेशन के बराबर होता है। यह पलक झपकते ही असंख्या गणनाएं करने में सक्षम होता है।
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