हाजीपुर। वैशाली पर्यटन क्षेत्र के बुद्ध सर्किट इलाके में गंडक नदी के उफान से पूरा पर्यटन क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गया है इसके कारण दर्जनभर से अधिक ऐतिहासिक धरोहरों को काफी क्षति पहुंची है। पर्यटन क्षेत्र का पूरा इलाका जलमग्न हो गया है।
जिसमें थाई मंदिर, म्यानमार मंदिर, बौद्ध मंदिर, बर्मा मंदिर समेत सभी जगहों पर भीषण जलजमाव है। इसके कारण देशी और विदेशी पर्यटकों का आना पूरी तरह से बंद हो गया है। इतना ही नहीं इस इलाके में जलजमाव से पैदल चलना भी मुश्किल है।
इसके कारण मंदिरों में रखरखाव के लिए लगे लोगों को जुगाड़ की नाव से आवागमन करना पड़ रहा है। भारी जलजमाव के कारण तकरीबन 320 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का कामकाज भी ठप हो गया है।
बताया जा रहा है कि आगामी दिसंबर तक निर्माण का कार्य पूरा कर लेना था। वैशाली पर्यटन क्षेत्र के कई क्षेत्रों में खुदाई की गई है वहां भी पानी भर गया है इसके चलते ऐतिहासिक धरोहरों का अस्तित्व को खतरा पहुंचने की आशंका है।
गंडक नदी में आई बाढ़ के कारण पर्यटन क्षेत्र में जलजमाव से स्थानीय लोगों के साथ ऐतिहासिक धरोहरों के संचालक में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि वैशाली पर्यटन क्षेत्र पानी में डूब गया है और ऐतिहासिक धरोहरों को क्षति पहुंचा है लेकनि न तो जिला प्रशासन न ही कोई जनप्रतिनिधि ने सुध ली है।
जलजमाव के कारण लोगों को महामारी फैलने की आशंका है। उनका कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने के कारण इस इलाके में बाढ़ की स्थिति बन गई है। लोगों ने ऐतिहासिक धरोहरों को बचाने की भी लोगों ने सरकार से गुहार लगाई।
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