होली रंगों का त्योहार है। इसमें लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर बधाई देते हैं और जीवन में खुशहाली की कामना की जाती है। लेकिन इस दौरान की जाने वाली थोड़ी सी लापरवाही किसी की जान के लिए मुसीबत बन सकती है।

रंगों के इस त्योहार के मद्देनजर बाजार में सिंथेटिक, मिलावटी रंग और गुलाल की भरमार है। बाजार में मिलावटी रंग काफी सस्ते दर पर बेचा जा रहा है।केमिकलयुक्त ये रंग और गुलाल रंग में भंग डाल देते हैं। कई बार इन रंगों के चलते लोगों के जान पर बन आती है। केमिकलयुक्त रंगों से चर्म रोग सहित कई बड़ी बीमारियां होती हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

गिले-शिकवे मिटाने और प्यार जताने के लिए होली पर लगाए जाने वाले रंगों में थोड़ी भी लापरवाही बरती जाए तो यह जिंदगी भर का दर्द दे सकते हैं। दरअसल, पक्के रंगों के रूप में उपयोग किए जाने वाले रंगों में खतरनाक केमिकल होते हैं, जो जिंदगी को हमेशा के लिए ‘काला’ कर सकते हैं।

होली पर लगाने के लिए बनाए जाने वाले रंगों में खतरनाक केमिकल्स होते हैं, जो हर तरह से घातक साबित होते हैं। इस मिलावट और खतरनाक केमिकल्स का उपयोग रोकने का कोई इंतजाम नहीं है। ऐसे में आप खुद संभल कर होली खेलें, कहीं मिलावटी रंग से चेहरा न बदरंग हो जाए।


Be First to Comment