पटना: बिहार में मॉनसून आफत लेकर आया है। भारी बारिश की वजह से कई शहरों में भीषण जलजमाव होने से आमजन परेशान हैं। हाजीपुर में शनिवार को सड़कें डूब गईं, घरों और दुकानों में पानी घुस गया। स्कूलों में भी छुट्टी कर दी गई है। पूर्णिया जिले में भी लगातार हो रही बारिश की वजह से आबादी वाले इलाकों में पानी भर गया है। पश्चिम चंपारण जिले में शुक्रवार रात और शनिवार को भी तेज आंधी चली। इससे कई जगहों पर पेड़ गिर गए। वाल्मीकि नगर और बगहा मुख्य मार्ग भी बाधित हो गया।
वैशाली जिले में शुक्रवार को दिनभर की राहत के बाद देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश से हाजीपुर के हर चौक चौराहों पर पानी भर गया। कई स्कूलों में भी जलजमाव की स्थिति हो गई। इस कारण अधिकतर स्कूलों में शनिवार को छुट्टी कर दी गई। शहर के कई इलाकों में दुकानों और घरों में पानी घुस गया है, इससे लोग परेशान हैं। सड़कें डूबने से आवागमन भी बाधित हुआ है।
पूर्णिया में दो दिन से भारी बारिश
जिले में दो दिनों से बारिश का दौर जारी है। अब तक करीब 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। शनिवार सुबह भी पूर्णिया में झमाझम बारिश हुई। पूरे दिन बरसात चलने के आसार हैं। बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। शहर से गांव तक सड़कें जलमग्न हैं।
पश्चिम चंपारण में आंधी का कहर, सड़क पर गिरे पेड़
जिले में पिछले चार दिनों से हो रही झमाझम बारिश के चलते शुक्रवार की देर रात आई तेज आंधी से वाल्मीकि नगर-बगहा मुख्य पथ के धोबहा और चमनिया सड़क के बीचोंबीच दो पेड़ गिर गए। इससे वाल्मीकिनगर-बगहा मेन रोड घंटों तक जाम रहा। राहगीरों ने शनिवार को वन विभाग को सूचना दी। राहगीरों और वनकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद पेड़ को काटकर रास्ते से हटाया। इसके बाद रूट पर आवागमन बहाल हुआ।
कटिहार में महानंदा खतरे के निशान के पार
तराई इलाकों और कटिहार में लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से महानंदा नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल महानंदा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। बीते 12 घंटे में नदी का जलस्तर 19 से 2 सेंटीमीटर बढ़ा है। इससे लोगों में दहशत है।
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