मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल नल जल योजना का मधुबनी में बुरा हाल है। स्थिति यह है कि नल जल योजना की राशि से पीसीसी कार्य करा लिया गया। इस कारण नल जल योजना का काम अधूरा ही रह गया। इस कारण यहां के नलों से पानी नहीं निकल सका। हालांकि, 83 लाख खर्च भी किये गये, इसके बाद भी पानी नहीं निकल सका।
मामला जिले के फुलपरास प्रखंड की धर्मडीहा पंचायत का है। पंचायत में कुल 13 वार्ड हैं। इनमें से छह वार्डों में नल से पानी निकलने की बात स्थानीय मुखिया कर रहे हैं। लेकिन धरातल पर योजना का हाल बहुत बुरा है।
इस कारण पंचायत की करीब 2700 की आबादी को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। लोगों ने बताया कि इस योजना में अबतक 83 लाख रुपए खर्च कर दिये गये हैं। लेकिन योजना की सच्चाई जमीन पर बिखरे पाईप व लोगों के घरों तक पानी सप्लाई के लिए लगाये गये पाइप बता रहे हैं।
कई वार्ड में पैसा खर्च कर देने के बाद भी पानी टंकी का निर्माण अधूरा है। इस कारण लोगों के घरों में नल का जल नहीं पहुंच रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नल जल योजना की भारी भरकम राशि से पंचायत में पीसीसी कार्य करा लिया गया है। इस कारण नल जल योजना अधूरी रह गयी है।
इसको लेकर लोगों में आक्रोश का माहौल है। इधर, मुखिया ने प्रशासन के सहयोग से नलजल योजना पूरा करने के लिए 83 लाख रुपए की और मांग की है। लोगों का कहना है कि धर्मडीहा पंचायत में नल जल योजना को लेकर मुखिया अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं।
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