पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और अभिषेक बच्चन का उदाहरण देते हुए राजद में चल रहे परिवारवाद पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि शाहरुख खान ने सबसे पहले टीवी के फौजी और सर्कस सीरियल में काम करके अपने करियर की शुरुआत की।
इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से स्वयं के लिए अपना रास्ता बनाया। जब उन्होंने शुरुआत की तब अभिषेक बच्चन की तरह उनके पास कोई विकल्प नहीं था। उनको शुरुआत में जिस तरह का भी काम मिला उसको उन्होंने चुना और उसमें अपनी काबिलियत के दम पर अपना नाम बनाया। बॉलीवुड में कई वर्षो तक काम करने के बाद और कई सुपरहिट मूवीज देने के बाद शाहरूख ने अपनी पसंद के डायरेक्टर, प्रोडक्शन हाउस और स्क्रिप्ट को चुनना शुरू किया।
जबकि अभिषेक बच्चन की पहचान यह है की वह अमिताभ बच्चन के बेटे हैं, इसलिए उनको हमेशा से अपनी पसंद का काम चुनने का मौका मिला। उसी तरह तेजस्वी की भी पहचान सिर्फ यह है कि वह लालू जी के बेटे है। तेजस्वी को तो जीडीपी और जीडीपी विकास दर में भी फर्क नहीं पता और यह बिहार का दुर्भाग्य है कि ज्ञान और बुद्ध की धरती पर हमने अनपढ़ और बदमाश लोगों को अपना नेता बना रखा है।
लेकिन जिस तरह से शाहरुख खान ने बॉलीवुड में अपना रास्ता और अपनी पहचान खुद बनाई है, उसी तरह राजनीति में प्रशांत किशोर ने अपनी पहचान खुद बनाई है। इसलिए हमारा रास्ता सीधा नहीं है। अब जनता को तय करना है कि उनको भरोसा उन पर करना है जिसने अपनी बुद्धि और मेहनत से अपने लिए रास्ता बनाया है या उन पर जो अपने बापू जी के नाम से आगे बढ़े हैं।
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