पटना : राजनीतिक रणनीतिकार और जनसुराज के जन्मदाता प्रशांत किशोर पूरे दमखम से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। आगामी 2 अक्टूबर को जनसुराज एक राजनीतिक पार्टी बन जाएगी, पीके ने पहले ही इसका ऐलान कर दिया है। उनका पूरा फोकस लालू और नीतीश जैसे दिग्गजों का मुकाबला करने पर है।
इसके लिए वह बड़ी सधी हुई चालें चल रहे हैं. उनकी सक्रियता से राजद को बेचैनी महसूस होने लगी है. राजद ने अपने नेताओं को पीके के कार्यक्रमों से दूरी बनाने का आदेश दे रखा है. वहीं अब पीके की नजर उस साइलेंट वोटर पर है, जिसकी मदद से नीतीश कुमार प्रदेश की सत्ता भी संभालते रहे हैं. इसके लिए वह 25 अगस्त को रणनीति तैयार करने वाले हैं।
आगामी 25 अगस्त को पटना के बापू सभागार में जन सुराज की ओर से महिलाओं को लेकर बड़ी बैठक होने वाली है. जानकारी के मुताबिक, इसमें 15 से 20 हजार की संख्या में महिलाएं उपस्थित होंगी. इस बैठक में प्रशांत किशोर की उपस्थिति में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और महिलाओं से जुड़े सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी. महिलाओं को लेकर प्रशांत किशोर कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. हाल ही में पीके ने ऐलान किया था कि बिहार विधानसभा चुनाव में वह हर लोकसभा सीट से एक महिला को टिकट देंगे, मतलब वह कम से कम 40 महिलाओं को टिकट देने वाले हैं।
बिहार के इतिहास में आज तक किसी भी दल से 30 महिलाएं विधायक नहीं बनी हैं. इस लिहाज से पीके ने बहुत बड़ी घोषणा कर रखी है. इससे एनडीए को बड़ा खतरा हो सकता है, क्योंकि बिहार की महिलाएं जेडीयू और बीजेपी का दिल खोलकर समर्थन करती हैं. इतना ही नहीं पीके की नजर लालू यादव के वोटबैंक पर भी है. हाल ही में उन्होंने कहा था कि बिहार में मुस्लिमों का अपने कोई नेता नहीं हैं. मुस्लिम समुदाय हमेशा से डर कर वोट करता आ रहा है. अब ऐसा नहीं होगा. वे विधानसभा चुनाव में 75 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देंगे।
Be First to Comment