भागलपुर: बिहार के भागलपुर का जर्दालू आम साल दर साल देश-विदेश की मंडियों में खास स्थान बना रहा है। इस साल भागलपुर का जर्दालू आम पहले की तुलना में ज्यादा एक्सपोर्ट हुआ और नए देश में भी पहुंचा। दुबई की मंडी में भी जर्दालू आम उतारा गया। इस आम को जीआई टैग हासिल है।
खास यह रहा कि इस साल भागलपुर के जर्दालू आम उत्पादक किसानों ने नया प्रयोग करते हुए निर्यात के साथ-साथ घरेलू बाजार के बड़े मॉल में भी जर्दालू आम पहुंचाया और यह खासा लोकप्रिय हुआ। अलबत्ता अब किसानों का यह कहना है कि निर्यात से भी ज्यादा फायदा बड़े मॉल में हो रहा है। अगले साल कुछ और मॉल में जर्दालू आम पहुंचाया जाएगा।
इस साल तीन शहरों के बड़े मॉल किसानों ने बाकायदा खुद जर्दालू आम का स्टॉल लगाया। 10 से 15 दिनों तक स्टॉल रहा और वहां काफी मांग हुई। लगभग छह टन जर्दालू आम लखनऊ, पटना और दिल्ली के तीन बड़े मॉल बिक्री की गई। किसानों का कहना है कि अपने देश के बड़े मॉल लोकल मंडी की तुलना में तीन गुना अधिक कीमत मिली। बस इस बात का ख्याल रखा गया कि जैविक उत्पाद हो, उसकी अच्छी तरह ग्रेडिंग, वॉशिंग और पैकिंग की गई थी।
पिछले साल 4.5 टन आम हुआ था एक्सपोर्ट
पिछले साल इंग्लैंड, बेल्जियम और बहरीन में कुल 4.5 टन आम निर्यात किया गया था। इस बार आस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी जर्दालू आम एक्सपोर्ट करने की योजना भी बनायी गई थी, लेकिन अमेरिका भेजने के लिए शर्त रखी गई कि तिरुअनंतपुरम के पैके हाउस पैकिंग करायी जाय। इसलिए किसान पीछे हट गए। इस साल 9 टन जर्दालू आम एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन छह टन हो सका। आत्मा भागलपुर की ओर से इस बार एपिडा से फॉर्म रजिस्ट्रेशन के अतिरिक्त किसानों के जर्दालू आम उत्पाद का व्यक्तिगत जीआई रजिस्ट्रेशन भी कराया गया है। अबतक 153 किसानों का रजिस्ट्रेशन हो गया है।
जर्दालू आम के किसानों ने बताया कि अगले साल से देश के अन्य शहरों के बड़े मॉल में भी जर्दालू आम भेजा जाएगा। इसके लिए जैविक उत्पादन बढ़ाया जा रहा है और उन शहरों के मॉल से संपर्क किया जाएगा।
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