सीतामढ़ी: प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिलाधिकारी मनेश कुमार मीना तथा पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने पांच- पांच टीबी मरीजों को गोद लिया है। यह दोनों यक्ष्मा मरीजों के इलाज की पूरी अवधि तक उन्हें न्यूट्रीशनल सपोर्ट प्रदान करेंगे। मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को भी जिलाधिकारी ने निक्षय मित्र बनने का अनुरोध किया। वहीं मौके पर मौजूद जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि माह जून 2022 में निबंधित यक्ष्मा मरीजों के ठीक होने का सक्सेस रेट 92 प्रतिशत रहा। वहीं 26 यक्ष्मा मरीजों के बारे में मौत का कारण पूछते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को नियमित अनुश्रवण का आदेश दिया। वहीं दवाओं के संपूर्ण उपलब्धता एवं भंडारण पर भी जिलाधिकारी ने ध्यानाकर्षण कराया।
3566 मरीजों ने दी है न्यूट्रिशन रिपोर्ट की अनुमति:
मौके पर जिला संचारी रोग पदाधिकारी ने बताया कि जिले में निबंधित कुल 5092 यक्ष्मा मरीजों में से 3566 मरीजों द्वारा न्यूट्रिशन सर्पोट लने हेतु सहमति दी गई है। 111 निक्षय मित्र की सहायता से कुल 291 मरीजों को 318 फूड पैकेट का वितरण किया गया है। लक्ष्य की पूर्ति के लिए जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने प्रखण्ड अन्तर्गत माननीय विधायक, पार्षद, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सर्किल ऑफिसर, पुलिस पदाधिकारी, मुखिया, स्वयंसेवी संगठन, कार्यरत कर्मचारीगण आदि से संपर्क स्थापित कर निक्षय मित्र की संख्या बढ़ाने एवं संबंधित सभी यक्ष्मा मरीजों को न्यूट्रिशन सर्पोट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन महोदय द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी मरीजों को एचआईवी शुगर, अल्कोहल, टोबैको और कोविड जांच कराना सुनिश्चित हो।
टीबी मुक्त पंचायत के लिए प्रत्येक प्रखंड से दो पंचायतों का होगा चयन:
डॉ मुकेश ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत के लिए प्रत्येक प्रखंड से दो पंचायतों का चयन किया जाएगा। जहां टीबी सक्रिय रोगी खोज अभियान चलाकर 16 से 20 अगस्त तक टीबी के संदिग्ध रोगियों की खोज होगी। इसमें घर घर सर्वे कर संदिग्ध मरीजों का बलगम टेस्ट नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर कराया जाएगा। वहीं इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार एवं जागरूकता अभियान भी आशा और एएनएम के द्वारा चलाया जाएगा।
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