बिहार: बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है. यहां घूमने के लिए कई सुंदर जगह है. कई तो ऐसी जगहें है, जिसकी जानकारी कई लोगों को नहीं है. वहीं, अगर आप बिहार में विदेश का मजा लेना चाहते है तो आपको एक बार दुर्गावती जलाशय जरूर आना चाहिए.दुर्गावती जलाशय रोहतास-कैमूर की सीमा में स्थित है. इसमें रिवर सफारी की भी शुरूआत की गई थी. यहां आने वाले पर्यटकों के लिए कई सुविधा है. पर्यटक जलाशय में बोटिंग के साथ प्रकृति के मनोरम दृश्य का आनंद ले सकते है. इस जगह पर जंगल और नदी दोनों का मजा एक साथ है. इस जलाशय की खात बात यह भी है कि इसका आधा हिस्सा कैमूर तो आधा हिस्सा रोहतास का है. हालांकि, रिवर सफारी की योजना कैमूर के नाम से ही स्वीकृत की गई है.
यहां के टिकट काउंटर का कार्यालय कैमूर वन क्षेत्र के अंतर्गत है. इसका राजस्व कैमूर को ही प्राप्त होता है. यह भी है कि कैमूर में टिकट खरीदकर रोहतास का आनंद लिया जा सकता है. दुर्गावती जलाशय से निकलने वाले पानी का बायां पट कैमूर तो दायां पट रोहतास की ओर जाता है. दोनों जिलों का वन विभाग कार्यालय से इस इलाके की देखभाल की जाती है. शुरूआती दौर में यहां तीन बोट की का शुभारंभ किया गया था. यहां कैमूर की पहाड़ी भी लोगों को खूब आकर्षित करती है. यहां रिवर सफारी के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए है. सरकार यहां लोगों की सुरक्षा का खास ख्याल रख रही है. सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता है.
सौलानियों को यहां अनिवार्य रूप से लाइफ जैकेट का प्रयोग करना होता है. बिना जैकेट के बोट में आने की अनुमति नहीं दी जाती है. रेंज आफिसर सैलामियों की सुरक्षा में तैनात होते हैं. आपदा के समय तत्काल सुरक्षा की भी तैयारी की गई है. यहां पिकनिक मनाने के लिए भी लोगों की भीड़ देखी जाती है. इसलिए, जानमाल के सुरक्षा की तैयारी की जाती है. प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देश का लोगों को पालन करना होता है. बता दें कि दुर्गावति जलाशय का दृश्य काफी खूबसूरत है. कई लोगों के लिए तो यह स्विट्जरलैंड से कम नहीं है. इसकी सुंदरता ऐसी है कि लोगों को यहां बार बार आने का मन करता है. यहां कैमूर के ऊंचे-ऊंचे सुंदर पहाड़ हैं. साथ ही झील का पानी है. यह सभी को सुकून और शांति प्रदान करता है. जीवन की सभी थकान से यहां लोगों को मुक्ति मिलती है.
मालूम हो कि लोग आज कल काफी व्यस्त हो गए है. सभी के पास खुद के लिए और फैमिली के लिए समय ही नहीं है. ऐसे में रोजाना एक ही शेड्यूल होने के कारण लोग बोर भी हो जाते है. मानसिक चिंता के स्तर में भी बढ़ोतरी होती है. लेकिन, इसे कम करना बेहद जरूरी है. इसके लिए फैमिली के साथ कहीं घूमने का प्लान जरूर बनाना चाहिए. ऐसा करने से प्रोडक्टिविटी बढ़ती है. नई ऊर्जा का एहसास होता है. वहीं, जलाशय का लुफ्त उठाने से अवसाद की समस्या को भी कम जरूर किया जा सकता है. पानी की कल-कल करती आवाज मन को शांति प्रदान करती है.
ट्रेवलिंग के दौरान लोग नई चिजों को एक्सप्लोर करते हैं. साथ ही नए लोगों से भी मुलाकात होती है. इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. रोजाना की चिंता को भी यह कम करता है. वहीं, सोलो ट्रैवलिंग भी करना कुछ लोग खूब पसंद करते है. इससे खुद से ब्रेक मिलता है. साथ ही खुद को बेहतर ढंग से समझने का मौका मिलता है. इससे लोग अपनी खामियों और अच्छाइयों के बारे में बेहतर जान पाते हैं. वहीं, अगर हम दूर जाने का प्लान बनाते है तो बजट धोखा दे देता है. इसलिए ऐसे मौके पर बिहार में ही घूमना बेस्ट विकल्प होगा. सासाराम जिला मुख्यालय से मात्र 41 किलोमीटर दूर चेनारी प्रखंड के करमचट के पास स्थित दुर्गावती जलाशय बहुत ही सुंदर जगह है.
यह वह जलाशय है जो लोगों का मन मोह लेता है. वहीं, अभी मानसून का दौर चल रहा है. इस जलाशय की खूबसूरती मानसून में और अधिक बढ़ जाती है. यहां इस दौरान पूरे पहाड़ हरे-भरे जंगलों से ढक जाते है और छोटे-छोटे वाटरफॉल भी बहारों से गिरते दिखते हैं.
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