पटना: बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को होने वाली देशभर के विपक्षी दलों की बैठक से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को तमिलनाडु जा रहे हैं। नीतीश चेन्नई में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से मुलाकात करेंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी उनके साथ रहेंगे। बताया जा रहा है कि नीतीश और तेजस्वी तिरुवरुर में एम करुणानिधि की जयंती के कार्यक्रम में शरीक होंगे। साथ ही स्टालिन को तीन दिन बाद पटना में होने वाली विपक्षी मीटिंग का भी न्योता देंगे। नीतीश का तमिलनाडु दौरा सियासी मायनों में अहम माना जा रहा है।
देशभर के विपक्षी दलों के महाजुटान से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दक्षिण भारत के किसी राज्य का यह पहला दौरा है। मिली जानकारी के मुताबिक सीएम नीतीश मंगलवार सुबह पटना से चेन्नई के साथ रवाना होंगे। स्टालिन से मुलाकात के बाद वे शाम में वापस पटना लौट आएंगे। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के भी नीतीश के साथ तमिलनाडु दौरे पर जाने की खबर है। तेजस्वी इससे पहले मार्च में भी तमिलनाडु गए थे।
अचानक तमिलनाडु क्यों जा रहे नीतीश?
सियासी गलियारों में इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि विपक्षी बैठक से ठीक पहले अचानक सीएम नीतीश तमिलनाडु दौरे पर क्यों जा रहे हैं। चर्चा है कि एमके स्टालिन विपक्षी दलों की बैठक से दूरी बनाने के मूड में हैं। वे खुद इस बैठक में शामिल होने के बजाय अपनी पार्टी के किसी अन्य नेता को भेजने वाले हैं। अब नीतीश कुमार उन्हें खास न्योता देने चेन्नई जा रहे हैं, ताकि स्टालिन खुद 23 जून को पटना में होने वाली बैठक शामिल हों।
23 जून को विपक्षी मीटिंग
पटना में शुक्रवार 23 जून को विपक्षी दलों की बड़ी बैठक आयोजित होगी। इसमें लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी की नींव रखी जाएगी। इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य समेत अन्य विपक्षी नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
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