सीतामढ़ी: पोस्ट एमडीए कवरेज का मुआयना करने दरभंगा प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसीन की दो टीम सीतामढ़ी आयी। दो टीमों में कुल छह डॉक्टर थे, जिन्होंने फरवरी में आयोजित सर्वजन दवा सेवन के तहत 86 प्रतिशत के कवरेज को किन परिस्थितियों में पूरा किया गया का अवलोकन और मूल्यांकन किया। डॉ मुर्शिद के नेतृत्व में आयी टीम में असिस्टेंट प्रोफेसर श्याम कुमार व अन्य ने पुपरी और नानपुर सीएचसी के आठ गांवों के कुल 240 घरों में रैंडमली गए और सर्वजन के दौरान दवा देने के तरीके और ग्रामीणों को सर्वजन दवा खिलाने के लिए फैलाई गई जागरूकता के संबंध में प्रश्न पूछे। इसके अलावा बाजपट्टी और डुमरा ब्लॉक के चार गांव के अलावा शहरी क्षेत्र के चार वार्ड में भी एमडीए कवरेज का मूल्यांकन करेंगे। इसके बाद मूल्यांकन टीम अपनी रिपोर्ट विभाग को सौपेंगी जिस आधार पर एमडीए के फाइनल कवरेज का पता लगाया जा सकेगा। मूल्यांकन करने आयी टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ मुर्शिद कवरेज से पूरी तरह संतुष्ट दिखे।
फाइलेरिया को नेग्लेक्टेड श्रेणी से बाहर लाना प्राथमिकता:
डॉ रविंद्र कुमार यादव ने कहा कि फाइलेरिया को नेग्लेक्टेड रोगों की श्रेणी से बाहर लाना ही हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने दो स्तंभों पर काम किया है। पहला वैसे स्वस्थ व्यक्ति जिन्हें फाइलेरिया नहीं है व दूसरे वैसे लोग जिन्हें फाइलेरिया है। स्वस्थ व्यक्तियों के लिए एमडीए प्रोग्राम के तहत एल्बेंडाजोल तथा डीईसी की गोली खिलाना हमारी प्राथमिकता है और जिन्हें फाइलेरिया है उन्हें उनके दरवाजे के पास ही सुविधा मिले। इसके लिए देश में सीतामढ़ी ऐसा पहला जिला है जहां हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर एमएमडीपी क्लीनिक उपलब्ध है। इसके अलावा राज्य में रेफरल एमएमडीपी क्लीनिक खोलने वाला भी सीतामढ़ी राज्य का पहला जिला है। जिले में अभी 100 से अधिक एमएमडीपी क्लीनिक खोले गए हैं। जिनमें प्रत्येक मंगलवार को सामूहिक रूप से व्यायाम भी सिखाई जाती है।
Be First to Comment